शक्तिशाली स्तंभ है न्यायपालिका : जिला जज
लोकतंत्र के तीन स्तंभों में न्यायपालिका एक शक्तिशाली स्तंभ है। जब जनता व्यवस्थापिका से त्रस्त होती है तो वह न्यायपालिका की शरण में आती है। इस कड़ी में अधिवक्ता भी न्यायपालिका का एक प्रमुख अंग है।
विधि संवाददाता, आजमगढ़ : लोकतंत्र के तीन स्तंभों में न्यायपालिका एक शक्तिशाली स्तंभ है। जब जनता व्यवस्थापिका से त्रस्त होती है तो वह न्यायपालिका की शरण में आती है। इस कड़ी में अधिवक्ता भी न्यायपालिका का एक प्रमुख अंग है। जिसके माध्यम से वादकारी न्याय पाता है।
जनपद न्यायाधीश सर्वेश कुमार ने सोमवार को दीवानी न्यायालय अभिभाषक संघ के सभागार में आयोजित स्वागत समारोह में यह बातें कहीं। अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आजमगढ़ का बार एक समृद्ध बार है, जिसकी सूचना मुझे यहां आने से पहले मिल चुकी थी। उन्होंने अधिवक्ताओं से आग्रह किया कि वे इस जनपद के लंबित वादों के निस्तारण में हमारे न्यायिक अधिकारियों का सहयोग करें, जिससे समाज में न्यायपालिका की छवि और अच्छी बने। समारोह में अपर जिला जज रमेश सिंह, मुकेश कुमार सिंह, संतोष कुमार तिवारी, शिवचंद व मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रामेंद्र कुमार भी उपस्थित रहे। अध्यक्षता ठाकुर प्रसाद त्रिपाठी ने व संचालन संघ के मंत्री वीरेन्द्र प्रताप सिंह ने किया। इस अवसर पर संघ के संरक्षक गोविद यादव, पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद सिंह, ओम प्रकाश मिश्र, पूर्व मंत्री अनिल कुमार सिंह, प्रमोद सिंह, शमशाद अहमद समेत अन्य अधिवक्ता उपस्थित थे।