विस्फोट के लिए रसोई गैस की अवैध री-फिलिग काफी
आजमगढ़ शहर के मुकेरीगंज मोहल्ले में एक चिगारी से हुए पटाखा विस्फोट में कई जिदगियां असमय काल के गाल में समा गईं। गंभीर रूप से झुलसे अभी कई लोग जिदगी और मौत की जंग जूझ रहे हैं। शहर के बीच हुई इतनी बड़ी घटना में प्रशासन व पुलिस विभाग ने कार्रवाई तो शुरू कर दी है लेकिन रसोई व व्यवसायिक गैस की री-फीलिग का काला कारोबार भी विस्फोट के लिए काफी है। विभागीय लापरवाही के कारण यह कारोबार शहर से लेकर कस्बों में बेधड़क फल-फूल रहा है। खास बात यह है कि अवैध री-फीलिग के नाम पर जिला पूर्ति विभाग द्वारा कब चेकिग की गई थी इसका जवाब अधिकारियों के पास नहीं है।
जासं, आजमगढ़ : शहर के मुकेरीगंज मोहल्ले में एक चिगारी से हुए पटाखा विस्फोट में कई जिदगियां असमय काल के गाल में समा गई। गंभीर रूप से झुलसे अभी कई लोग जिदगी और मौत की जंग जूझ रहे हैं। शहर के बीच हुई इतनी बड़ी घटना में प्रशासन व पुलिस विभाग ने कार्रवाई तो शुरू कर दी है, लेकिन रसोई व व्यावसायिक गैस की रीफिलिग का काला कारोबार भी विस्फोट के लिए काफी है। विभागीय लापरवाही के कारण यह कारोबार शहर से लेकर कस्बों में बेधड़क फल-फूल रहा है। खास बात यह है कि अवैध रीफिलिग के नाम पर जिला पूर्ति विभाग द्वारा कब चेकिग की गई थी, इसका जवाब अधिकारियों के पास नहीं है।
लगभग 50 हजार आबादी वाले इस जिले में दो नगर पालिका परिषद और 11 नगर पंचायतें हैं। व्यावसायिक व घरेलू गैस सिलेंडर आपूर्ति के लिए जिले में लगभग 80 एजेंसियां हैं। कई एजेंसी के ठेला चालक गोपनीय स्थानों पर आपूर्ति के पहले खाली सिलेंडरों में रीफिलिग करते हैं। ये तो हो गई ठेला चालकों की बात, दूसरी ओर शहर के मुख्य चौक से लेकर तीन दर्जन से अधिक मोहल्लों के आबादी वाले क्षेत्रों में दो से लेकर पांच किलोग्राम के सिलेंडरों में अवैध रीफिलिग का कारोबार किया जाता है। इसके अलावा जिले की शायद ही कोई बड़ी बाजार, कस्बा हो जहां अवैध रीफिलिग का कारोबार न होता हो। मेंहनगर की ताजा घटना अवैध रीफिलिग का उदाहरण
जिला पूर्ति विभाग का दावा है कि डेढ़ माह पूर्व अवैध रीफिलिग के खिलाफ अभियान चलाया गया था जिसमें संबंधित के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी। बहरहाल, विभागीय आंकड़ा जो भी हो, लेकिन दावों पर सवालिया निशान उठाने के लिए मेंहनगर कस्बा के वार्ड नंबर-नौ शास्त्री नगर में एक किराना की दुकान में लगी आग काफी है। किराना का गोदाम कस्बा से 100 मीटर घनी आबादी के बीच खुटवा चक खुटवा गांव में एक व्यक्ति के मकान में है। कस्बा निवासी एक अन्य व्यक्ति का भी गैस सिलेंडर का गोदाम बनाया था। गैस चूल्हा बनाने से लेकर अवैध री-फिलिग का कार्य होता था। मंगलवार की देर रात अचानक किराने की दुकान में आग लग गई। संयोग था कि गैस के अवैध गोदाम में आग नहीं लगी, अन्यथा क्या होता इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। आग बुझने पर अधिकारी अंदर गए तो 24 बड़ा सिलेंडर व 34 छोटा सिलेंडर बरामद हुआ। ''डेढ़ माह पूर्व चेकिग की गई थी जिसमें रीफिलिग करने वालों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। अभियान चलाकर चेकिग की जाएगी। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।''
-देवमणि मिश्रा, जिला पूर्ति अधिकारी। ''रसोई व व्यावसायिक गैस की रीफिलिग के खिलाफ अभियान चलाकर चिह्नित कर कार्रवाई के लिए जिलापूर्ति अधिकारी को पहले ही निर्देशित किया जा चुका है। बावजूद इसके यदि किसी भी स्थान पर इस तरह का कारोबार होता है या इसके अवैध भंडारण के कारण हादसा होता है तो जिला पूर्ति अधिकारी सहित संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
-शिवाकांत द्विवेदी, जिलाधिकारी।