हिन्दी विश्व की सबसे सरल भाषा
जागरण संवाददाता आजमगढ़ आचार्य चंद्रबलि पांडेय स्मृति समिति के तत्वावधान में सोमवार को राह
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ :
आचार्य चंद्रबलि पांडेय स्मृति समिति के तत्वावधान में सोमवार को राहुल नगर मड़या स्थित अमरनाथ तिवारी के आवास पर हिन्दी दिवस पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम आचार्य पांडेय के चित्र पर माल्यार्पण किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत युवा कवि संजय कुमार पांडेय के सरस्वती वंदना से हुई। मुख्य वक्ता वरिष्ठ साहित्यकार जगदीश प्रसाद बरनवाल कुंद ने कहा कि भारत सरकार की संविधान सभा द्वारा 14 सितंबर 1949 को हिन्दी को राष्ट्रभाषा घोषित किया गया और इसी के दृष्टिगत राष्ट्रभाषा प्रचार समिति वर्धा द्वारा एक प्रस्ताव किया गया कि हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिए 14 सितंबर को हिन्दी दिवस का आयोजन किया जाएगा। आज लगभग सात दशक बीतने के बाद भी हिन्दी को यथार्थ में राष्ट्रभाषा के रूप में नहीं स्थापित किया जा सका है। प्रभात बरनवाल ने कहा कि हिन्दी विश्व की सबसे सरलतम भाषा है। गीतकार सुरेन्द्र सिंह चांस ने हिन्दी पर कविता सुनाकर भाव-विभोर कर दिया। निशीथ रंजन तिवारी ने कहा कि राष्ट्र भाषा हिन्दी को अंग्रेजी भाषा की भांति प्रोत्साहन मिलना चाहिए। इस अवसर पर जगदीश प्रसाद बरनवाल कुंद, प्रभात बरनवाल,
विजयी सिंह, जयप्रकाश यादव, वेदप्रकाश यादव, त्रिभुवन सिंह आदि साहित्यप्रेमी उपस्थित रहे। अध्यक्षता अमरनाथ तिवारी व संचालन प्रभुनारायण पांडेय प्रेमी ने किया।