Move to Jagran APP

रमजान में अल्लाह हो जाते हैं ज्यादा दयावान

(आजमगढ़) रमजान के महीने में अल्लाह अन्य महीनों की तुलना में अपने बंदों पर अधिक दयावान होते हैं इसीलिए दुनिया के मुसलमानों में इस महीने की बड़ी अहमियत है। पहला अशरा यानी दस दिन करुणा दया का है दूसरा पापों के प्रायश्चित और तीसरा अशरा नरक से बचने का है। जनता इंटर कॉलेज अंबारी के प्रवक्ता रफीउद्दीन का कहना है कि तीसरे अशरे में एक रात शब-ए कद्र की है जो हजार रातों से बेहतर है। इसलिए सभी मुसलमान इस रात की तलाश में पांचों रात में खूब पूजा-अर्चना करते हैं। मुसलमानों को चाहिए कि नेक काम में बढ़-चढ़ कर भाग लें ताकि जकात के पैसों से गरीबों और परेशान लोगों की जिदगी बचाई जा सके। मुसलमानों के कंधों पर कोरोना से ग्रस्त लोगों को बचाने की भी जिम्मेदारी अधिक हो जाती है। मुसलमानों को चाहिए कि इस महीने में पूजा-अर्चना में ऊपर वाले से दुआएं मांगें और अपने पापों का प्रायश्चित करें।

By JagranEdited By: Published: Sat, 02 May 2020 06:21 PM (IST)Updated: Sat, 02 May 2020 06:21 PM (IST)
रमजान में अल्लाह हो जाते हैं ज्यादा दयावान
रमजान में अल्लाह हो जाते हैं ज्यादा दयावान

जासं, अंबारी (आजमगढ़) : रमजान के महीने में अल्लाह अन्य महीनों की तुलना में अपने बंदों पर अधिक दयावान होते हैं, इसीलिए दुनिया के मुसलमानों में इस महीने की बड़ी अहमियत है। पहला अशरा यानी दस दिन करुणा, दया का है, दूसरा पापों के प्रायश्चित और तीसरा अशरा नरक से बचने का है।

loksabha election banner

जनता इंटर कॉलेज अंबारी के प्रवक्ता रफीउद्दीन का कहना है कि तीसरे अशरे में एक रात शब-ए कद्र की है जो हजार रातों से बेहतर है। इसलिए सभी मुसलमान इस रात की तलाश में पांचों रात में खूब पूजा-अर्चना करते हैं। मुसलमानों को चाहिए कि नेक काम में बढ़-चढ़ कर भाग लें, ताकि जकात के पैसों से गरीबों और परेशान लोगों की जिदगी बचाई जा सके। मुसलमानों के कंधों पर कोरोना से ग्रस्त लोगों को बचाने की भी जिम्मेदारी अधिक हो जाती है। मुसलमानों को चाहिए कि इस महीने में पूजा-अर्चना में ऊपर वाले से दुआएं मांगें और अपने पापों का प्रायश्चित करें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.