Azamgarh News: अजमतगढ़ में चार साल पहले ही 33 लाख 67 हजार रुपये हुए स्वीकृत, फिर भी 'कूड़ा' को नहीं मिली जगह
चार वर्ष पूर्व धन स्वीकृत हुई। 33 लाख 67 हजार रुपये धन भी अवमुक्त कर दिया गया। बावजूद इसके सड़कों पर कूड़े का निस्तारण हो रहा है। वहीं एक बार फिर से कूड़ा निस्तारण के लिए जमीन की नापी कराई गई है।
सगड़ी (आजमगढ़), संवाद सहयोगी। सगड़ी तहसील की नगर पंचायत अजमतगढ़ में कूड़ा निस्तारण के लिए 2019 में ही शासन द्वारा 33 लाख 67 हजार रुपये स्वीकृत कर धन भी अवमुक्त कर दिया गया। बावजूद इसके अब तक काम शुरू नहीं हो पाया। इससे सड़क के किनारे ही नगर का कचरा निस्तारित किया जाता है। एक माह पूर्व फिर से जमीन की नापी हुई है। देखने वाली बात होती है कि यह कवायद परवान चढ़ पाएगी या नहीं।
नगर पंचायत अजमतगढ़ के 11 वार्ड में बटी लगभग 11 हजार की आबादी के कूड़ा निस्तारण के लिए शासन द्वारा सत्र 2019- 20 में 33.67 लाख रुपये मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी के लिए स्वीकृत हुए। इसके निर्माण के लिए पहले ताल सलोना के पास जमीन चिन्हित की गई थी। ताल के जमीन की सतह नीची होने के चलते इसे विभाग के उच्च अधिकारियों ने अनुपयुक्त बताकर दूसरी जगह तलाशने का निर्देश दिया। उसके बाद इसके निर्माण की पहल काफी दिनों तक नहीं हो पाई। जमीन तलाशी का काम भी रुक गया था। अब निर्माण कब शुरू होगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन नगर से निकलने वाला कचरा मुख्य सड़क से लेकर संपर्क मार्गों पर फेंका जा रहा है। इससे पर्यावरण प्रदूषित तो हो ही रहा है, बीमारियों के भी फैलने का खतरा बना हुआ।
कराई गई फिर से जमीन की नापी
नए अधिशासी अधिकारी अमित कुमार यादव ने पिछले माह इसके निर्माण की पहल की और अजमतगढ़ ब्लाक के मानिकपुर गांव में जमीन चिन्हित कर नापी कराई। इससे लोगों में यह उम्मीद जगी है कि शीघ्र ही मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी का निर्माण शुरू होगा। इससे लोगों में उम्मीद जगी है। हालांकि कई लोगों का कहना है कि यह जब तक हो न जाय तब तक कुछ कहना जल्दबाजी होगी।
क्या कहते हैं अधिकारी
नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी अमित कुमार यादव ने कहा कि ताल सलोना में चिन्हित की गई जमीन निरस्त कर दिए जाने के बाद यह मामला रुक गया था। अब मानिकपुर में जमीन चिन्हित कर नापी करा ली गई है। शीघ्र ही कूड़ा निस्तारण केंद्र का निर्माण शुरू कराया जाएगा।