इंजीनियरिग कॉलेज के छात्रों ने पेयजल परियोजनाओं की परखी गुणवत्ता
जागरण संवाददाता आजमगढ़ परियोजनाओं के निर्माण की गुणवत्ता की जांच जिले के राजकीय इंजीनि
जागरण संवाददाता, आजमगढ़: परियोजनाओं के निर्माण की गुणवत्ता की जांच जिले के राजकीय इंजीनियरिग कॉलेज देवगांव लालगंज के छात्र करेंगे। थर्ड पार्टी सत्यापन कार्य की जिम्मेदारी भी इन्हीं को दी गई है। डीएम के निर्देश के अनुपालन में छात्रों की टीम ने जल निगम की 22 करोड़, 24,90000 रुपये लागत की निर्माणाधीन छह परियोजनाओं का सत्यापन किया। जांच रिपोर्ट डीएम को प्रस्तुत कर दी गई है। सबकुछ ठीक रहा तभी दूसरी किस्त शासन से जारी की जा सकेगी।
एमएसडीपी(मल्टीसेक्टरोल डेवलेपमेंट प्रोग्राम) के तहत मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में घर-घर पेयजल पहुंचान के लिए वित्तीय वर्ष 2018 में नगर पालिका परिषद मुबारकपुर के जोन-4 में 432.06 लाख रुपये, विकास खंड सठियांव के आदमपुर में 244.48 लाख रुपये एवं ब्लाक सठियांव के ही चकसिकठी गांव में 487.94 लाख रुपये की परियोजना की मंजूरी मिली थी। वित्तीय वर्ष 2019 में ब्लाक मिर्जापुर के खुदादादपुर में 141.05 लाख रुपये, ब्लाक सठियांव के गजहड़ा में 499.78 लाख रुपये और सठियांव के ही जमुड़ी गांव में 418.59 लाख रुपये की पेयजल परियोजना को मंजूरी मिली थी। पहली किस्त की धनराशि उपयोग करने के बाद मुबारकपुर में 75 फीसद, चकसिकठी में 60 फीसद, खुदादादपुर में 70 फीसद, आदमपुर में 60 फीसद, गजहड़ा में 50 फीसद और जमुड़ी में 30 फीसद का कार्य पूर्ण हो चुका है, जिसके लिए दूसरी किस्त की मांग की गई है।
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''शासनादेश के अनुपालन में राजकीय इंजीनियरिग कॉलेज के छात्रों ने वहां के एक प्रोफेसर के नेतृत्व में छह पेयजल परियोजनाओं की जांच की है। थर्ड पार्टी सत्यापन की रिपोर्ट डीएम को टीम ने सौंप दी है। अब उसमें क्या लिखा है, यह तो वही जानें। आख्या के आधार पर ही शासन से दूसरी किस्त की धनराशि आवंटित होगी।
--रणविजय सिंह, अधिशासी अभियंता, जल निगम।