संकट में स्वास्थ्य महकमा, ट्रामा सेंटर में शिफ्ट हुई इमरजेंसी कक्ष
जिला अस्पताल में इलाज के दौरान वृद्ध की हुई मौत के बाद इमरजेंसी कक्ष को पुन बुधवार को ट्रामा सेंटर में स्थापित कर दिया गया है। पूरे अस्पताल को सैनेटाइज के साथ ही मृत वृद्ध का सैंपल लेकर
जासं, आजमगढ़ : कोरोना के लक्षण छिपाने एवं मुंबई से लौटने की बात वृद्ध ने छिपाई, जिससे स्वास्थ्य विभाग संकट में आ गया। मंडलीय जिला अस्पताल में इलाज के दौरान वृद्ध की हुई मौत के बाद असलियत समाने आने पर आनन-फानन में इमरजेंसी कक्ष को ट्रामा सेंटर में स्थापित करना पड़ गया। पूरे अस्पताल को सैनेटाइज करने के साथ मृत वृद्ध का सैंपल जांच को भेजा गया है। शव का कोरोना प्रोटोकाल के तहत अंतिम संस्कार करने का निर्णय लिया गया है।
गंभीरपुर क्षेत्र के सराय पल्टू गांव निवासी दिनेश राय (65) चार दिन पूर्व मुंबई से घर आए थे। हालत बिगड़ने के बाद पहले सुपर फैसेलिटी अस्पताल फिर बुधवार को उन्हें जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी मौत हो गयी। प्रभारी एसआइसी (प्रमुख चिकिस्ता अधीक्षक) डॉ. अनूप कुमार ने कहा कि इमरजेंसी को पुन: ट्रामा सेंटर में स्थापित कर दिया गया है। क्यों कि अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर आरआर श्रीवास्तव के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद 27 मई को भी इमरजेंसी ट्रामा सेंटर में शिफ्ट हुई थी। एसआइसी ने बताया कि मृतक का सैंपल जांच को भेज गया है। अस्पताल को सैनिटाइज किया गया है।
आइसोलेशन वार्ड में लगे पांच वेंटिलेटर
कोरोना संक्रमित मरीजों के बेहतर इलाज को जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भी वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध करा दी गयी है। प्रभारी एसआईसी डा. अनूप कुमार ने कहा कि आइसोलेशन वार्ड में लगे पांच वेंटिलेटर बुधवार से काम करना शुरू कर दिये हैं। वहीं मरीजों के इलाज व परीक्षण के लिए दो वरिष्ठ डॉक्टर की तैनाती कर दी गयी है। इनमें बेहोशी के डाक्टर आशुतोष के अलावा डॉ. अरुण ने कार्यभार संभाल लिया।