शहर में हर माह छह करोड़ की बिजली चोरी
आजमगढ़ बिजली विभाग द्वारा जिले में 24 घंटे विद्युत आपूर्ति करने का पूरा प्रयास कर रहा है लेकिन शहरी क्षेत्र में 50 फीसद लाइन लॉस हो रहा है। इस पर रोक लगाने पर बिजली विभाग के इंजीनियर फेल साबित हो रहे हैं। सबसे ज्यादा नुकसान लॉकडाउन हो रहा है। ज्यादातर उपभोक्ता बिजली बिल का भुगतान नहीं कर रहे हैं और उससे अधिक की बिजली चोरी हो रही है।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : बिजली विभाग भी चोरों से परेशान है। शहर में 50 फीसद लाइन लॉस होने से महकमे की कमर टूट जा रही। रुपये के आंकड़ों पर गौर करें तो यह यह लाइन लॉस प्रति माह छह करोड़ रुपये जाकर बैठ रहा है। अंकुश लगाने को महकमें में तैनात इंजीनियर फेल साबित हो रहे हैं। इन दुश्वारियों के बीच बिजली बिल के भुगतान में आई कमी बड़ी मुश्किल बनकर उभरा है।
बिजली विभाग शहरी क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति के लिए प्रत्येक माह लगभग 12 से 15 करोड़ रुपये की बिजली की खरीद करता है। इसके सापेक्ष बिल की वसूली मात्र छह से सात करोड़ की होती है। इधर लॉकडाउन में तीन से चार करोड़ रुपये की बिजली बिल की वसूली हो पा रही है। विद्युत वितरण खंड प्रथम के उपखंड अधिकारी बीरेंद्र सिंह ने बताया कि शहरी क्षेत्र में 24 घंटे बिजली की आपूर्ति के लिए प्रतिमाह 12 से 15 करोड़ की बिजली खरीद की जाती है। इसके सापेक्ष वसूली 50 फीसद भी नहीं हो पाती है। लॉकडाउन में वसूली कम होने से मुश्किल बढ़ी है। बिल भुगतान के लिए उपभोक्ताओं से कहा जा रहा है लेकिन ज्यादातर बिल जमा नहीं कर पा रहे हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने लॉइन लॉस एवं चोरी की बात स्वीकारी है। उन्होंने बताया कि व्यवसायिक उपभोक्ताओं के लिए छूट की योजना चल रही है। योजना का लाभ उठाने के लिए जून माह तक का संपूर्ण बकाया बिल 30 जून तक भुगतान करने की शर्त है। यह भी कहा कि अब बकाएदारों व विद्युत चोरी के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।