विद्युत कटौती ने रुलाया, बीएसएनएल ने छकाया
आजमगढ़ बारिश व आंधी के बीच बाढ़ के प्रकोप से जहां पब्लिक जूझ रही है वहीं बिजली कटौती लोगों को रूला रही है। बीएसएनएल का नेटवर्क भी मोबाइल से दिनभर गायब रहा। मोबाइल के अलावा लैंडलाइन फोन भी पूरी तरह से काम नहीं किए। इसकी वजह से लोगों का आक्रोश सातवें आसमान पर रहा। बीएसएनएल का नेटवर्क लोगों को खूब जहां छकाया वहीं लोगों का अपने लोगों से संपर्क टूट गया। अधिकारियों से बात करने की कोशिश में लगे लोग मोबाइल व टेलीफोन से जूझते रहे लेकिन बात नहीं हो सकी।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : बारिश व आंधी के बीच बाढ़ के प्रकोप से जहां पब्लिक जूझ रही है वहीं बिजली कटौती लोगों को रुला रही है। बीएसएनएल का नेटवर्क भी मोबाइल से दिनभर गायब रहा। मोबाइल के अलावा लैंडलाइन फोन भी पूरी तरह से काम नहीं किए। इसकी वजह से लोगों का आक्रोश सातवें आसमान पर रहा। बीएसएनएल का नेटवर्क लोगों को खूब जहां छकाया वहीं लोगों का अपने लोगों से संपर्क टूट गया। अधिकारियों से बात करने की कोशिश में लगे लोग मोबाइल व टेलीफोन से जूझते रहे लेकिन बात नहीं हो सकी।
बारिश के कहर से शुक्रवार व शनिवार को पूरा शहर अंधेरे में डूबा रहा। हालात यह थी कि रात में कटी बिजली रविवार को दस बजे बाद आई। इसके बाद फिर दिनभर बिजली के लुकाछिपी का खेल चलता रहा। लगातार बिजली कटौती की वजह से लोगों के समक्ष पीने के पानी का संकट उत्पन्न हो गया है। कोई अगर जनरेटर से अपना पंप स्टार्ट कर रहा है तो वहां पानी लेने वालों की लाइन लग रही है। इंडिया मार्क टू हैंडपंप पर भी लोग लाइन लगा रहे हैं। कुल मिलाकर बिजली कटौती लोगों के लिए फजीहत बन गई है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि आंधी की वजह से जगह-जगह पेड़ गिर गए हैं। इसकी वजह से जगह-जगह आपूर्ति ब्रेक डाउन हो रही है। रविवार को बीएसएनएल सेवा जवाब दे गई। सुबह आठ बजे के बाद मोबाइल का नेटवर्क गायब हो गया। इसकी वजह से लोगों का एक दूसरे से संपर्क टूट गया। दिन में ग्यारह बजे के बाद टेलीफोन भी काम करना बंद कर दिया। इसकी वजह से लोग पूरी तरह परेशान रहें। ज्यादातर सरकारी कार्यालयों व अधिकारियों का नंबर बीएसएनएल का है। ऐसे में अफसरों से संपर्क भी नहीं हो पा रहा था।