10 लाख रुपये की बिजली खपत, भुगतान 2.98 लाख!
जागरण संवाददाता आजमगढ़ नगर निकायों में सड़कों गलियों तिराहों व चौराहों पर जल रही
जागरण संवाददाता, आजमगढ़: नगर निकायों में सड़कों, गलियों, तिराहों व चौराहों पर जल रहीं स्ट्रीट लाइटों और ट्यूबवेलों पर खर्च हो रही बिजली और उसके बिल को लेकर विद्युत विभाग ने पड़ताल शुरू कर दी है। नगर पालिका परिषद आजमगढ़ से स्ट्रीट लाइटों, नलकूपों की संख्या की सूचना मांगी गई है। इंजीनियरों को आशंका है कि बिजली की खपत के सापेक्ष विभाग को कम राजस्व मिल पा रहा है।
नगर पालिका परिषद द्वारा विद्युत वितरण निगम लिमिटेड को प्रति माह 2.98 लाख बिजली बिल का सत्यापन कर जमा किया जाता है। जबकि लगभग 70 वाट की 10 हजार से अधिक स्ट्रीट लाइटें जलती हैं। यदि 12 घंटे प्रतिदिन के हिसाब से 31 दिन की बिजली यूनिट देखी जाए तो 30 लाख रुपये का बिल होना चाहिए। एसडीओ टाउन प्रथम बीरेंद्र कुमार ने बताया कि नगर पालिका परिषद के 25 वार्डों सहित तिराहों, चौराहों सहित पूरे शहर में स्ट्रीट लाइटें जलती हैं। जितनी बिजली की खपत होती है, उसके सापेक्ष बिल का भुगतान बहुत ही कम है। इससे उर्जा का अधिक खपत होने के साथ ही राजस्व की क्षति हो रही है। इसलिए नगर पालिका प्रशासन से स्ट्रीट लाइटों और छोटे-बड़े उन सभी ट्यूबवेलों की सूची मांगी गई है, जो बिजली से संचालित होते हैं। उन्होंने बताया कि उच्चाधिकारियों के स्तर से सभी नगर निकायों से स्ट्रीट लाइटों एवं ट्यूबलों की सूची मांगने की तैयारी चल रही है।क्योंकि खपत के अनुसार बिजली बिल का भुगतान बहुत ही कम है।
रिहायशी मड़ई से नकदी समेत एक लाख की चोरी
जागरण संवाददाता, अहरौला (आजमगढ़) : अहरौला थाना क्षेत्र के बांकरकोल गांव निवासी गुड्डू बनवासी के परिवार के लोग रिहायशी मड़ई डालकर रहते हैं। उनके मड़ई में दरवाजा की जगह टाटी लगी हुई है। रविवार की देर शाम को परिवार के सभी सदस्य निकट स्थित ईंट भट्ठा पर काम करने गए थे। उसी दौरान चोर रिहायशी मड़ई में घुस गए और घर में रखे 10 हजार रुपये, दो थान सोने का जेवर, तीन क्विटल अनाज, बर्तन, पंखा, कपड़ा समेत अन्य सामान उठा ले गए। पीड़ित ने चोरी हुए सामानों की कीमत एक लाख से अधिक का होना बताया है। गुड्डू बनवासी की पत्नी ज्योति ने अहरौला थाना में तहरीर दी है।