सूखी नहरों में डूब रहे किसानों के अरमान
जिले की शारदा सहायक खंड-32 की नहरें सूखी पड़ी हैं। लगभग 20 दिनों से पानी न आने से किसानों की फसलें सूख रही हैं। सिचाई को लेकर किसान काफी चितित हैं।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : शारदा सहायक खंड-32 की नहरें जिले में सूखी पड़ी हैं और उसी के साथ डूब रहे किसानों े के अरमान। लगभग 20 दिनों से पानी न आने से किसानों की फसलें सूख रही हैं। सिचाई को लेकर किसान परेशान हैं। उनका कहना है कि जब भी सिचाई की जरूरत होती है तो नहर में पानी नहीं छोड़ा जाता।
पहले गेहूं की बोआई के लिए पानी की जरूरत थी तो पानी नहीं मिला। किसी तरह गेहूं की बोआई की गई लेकिन अब सिचाई की जरूरत है तो फिर नहर से पानी गायब है। विभागीय अधिकारियों से शिकायत की जाती है तो कहा जाता है शीघ्र ही पानी छोड़ दिया जाएगा, लेकिन आज तक ऐसा नहीं हो सका।
इस बाबत शारदा सहायक खंड-32 के अधिशासी अभियंता अशोक सिंह ने बताया कि फैजाबाद-बाराबंकी के बीच बड़ी नहर कट गई है। इसके चलते पानी को डायवर्ड कर दिया गया है। मरम्मत का कार्य चल रहा है। ज्यादा कटने की वजह से बनाने में समय लग रहा है। अधिकारी कर्मचारी लगे हुए हैं। शीघ्र ही कार्य पूरा होने के बाद नहरों में पानी छोड़ दिया जाएगा। बिलारमऊ : फूलपुर तहसील के शारदा सहायक की नहर की शाखा शाहगंज की ताखा पश्चिम से निकली है और कुंवर नदी पलिया तक गई है। नहर में पानी न आने से किसान परेशान हो रहे हैं। गेहूं की दूसरी बार सिचाई करनी है लेकिन नहर से पानी ही गायब है। गेहूं, सरसों, चना व मटर आदि फसलों की सिचाई की काफी आवश्कता है, क्योंकि नहर पर दर्जनों किसान निर्भर रहते हैं। क्षेत्र के लालता, रामकृपाल, शंकरदेव, राममिलन, हरिराम, बाकेलाल, सुबेदार, अशोक, परमात्मा, बलिराम आदि ने उच्चाधिकारियों से नहर में पानी छोड़ने की मांग की है।