Move to Jagran APP

मानवीय मूल्यों के हनन को उजागर कर गया नाटक हवालात

आजमगढ़ हुनर संस्थान द्वारा शहर के वेस्ली इंटर कालेज परिसर में आयोजित पांच दिवसीय रंग महोत्सव के दूसरे दिन का आगाज एकल नृत्य प्रतियोगिता से हुआ और उसके बाद कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति से दर्शकों को देर रात तक बांधे रखा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 27 Dec 2019 07:34 PM (IST)Updated: Sat, 28 Dec 2019 06:00 AM (IST)
मानवीय मूल्यों के हनन को उजागर कर गया नाटक हवालात

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : हुनर संस्थान द्वारा शहर के वेस्ली इंटर कालेज परिसर में आयोजित पांच दिवसीय रंग महोत्सव के दूसरे दिन का आगाज एकल नृत्य प्रतियोगिता से हुआ और उसके बाद कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति से दर्शकों को देर रात तक बांधे रखा।

loksabha election banner

नटराज नृत्य परिषद राऊरकेला की इतिश्री बेहरा, विश्वजीत महापात्रा, श्रीरंगीता नायक, दीपिका साह, नंद संगीत कला केंद्र खुर्दा के सुधीर कुमार नायक, असम की दीपा नीता ग्रुप से स्मृति कश्यप, शिव लक्ष्मी साहू ने नृत्य प्रस्तुत किया।

सांध्यकालीन सत्र में निखिला उत्कल कला निकेतन कटक द्वारा ओड़िया लोकनृत्य की मनमोहक प्रस्तुति की गई।

फिर शुरू हुआ नाटकों का दौर। सर्वप्रथम कला संगम गिरिडीह झारखंड द्वारा सर्वेश्वर दयाल सक्सेना लिखित नाटक Xह्नह्वश्रह्ल;हवालात' का मंचन सतीश कुंदन के निर्देशन में किया। नाटक में कलाकारों ने मानवीय मूल्यों के हो रहे हनन, व्यक्ति के अंदर छिपे हुए डर को उजागर करने का प्रयास किया गया है।

नाटक में नीतीश कुमार ने हवलदार, विकास रंजन, शुभम कुमार, रवीश आनंद ने युवकों की भूमिका निभाई। नटराज नृत्य परिषद राउरकेला द्वारा प्रवीण कुमार जेना के निर्देशन में नाटक 'खोज' का मंचन किया गया। नाट्य लेखन डा. विजय मिश्र का था। नाटक के पात्र पद्मा, आंनद, निल हैं। जिस प्रकार प्रश्न रूपक मन केवल संगठन और अनुशासन का विरोधी है। उसी प्रकार संघ का निर्देशनामा पद्मा को मानना पड़ा। नाटक के माध्यम से बताया गया कि कामना आशा का दूसरा नाम नहीं है, बल्कि कामना का विनाश दुख का विनाश है। वास्तव में कामना ही अंतिम पाथेय और एक खोज है। नाटक में कुमार देव ने निल, सौम्या जेना ने आनंद, विश्वजीत महापात्रा ने पद्मा की भूमिका निभाई।

रंग महोत्सव के दूसरे दिन की शाम जनपद के व्यापारी नेता कृष्णमुरारी अग्रवाल को समर्पित रही। दूसरी शाम का उद्घाटन पुलिस अधीक्षक प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया। अथितियों का स्वागत आयोजन अध्यक्ष डा. पीयूष सिंह यादव, स्वागताध्यक्ष अभिषेक जायसवाल दीनू, संस्थान अध्यक्ष मनोज यादव ने किया। नाटक व नृत्य प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका अशोक मानव आरा, मो. निजाम जमशेदपुर, सुग्रीव मौर्य, सुजीत अस्थाना ने निभाई। इस अवसर पर मनीष रतन अग्रवाल, राजेंद्र चौधरी, श्रीमती विजयलक्ष्मी मिश्रा, सुनील अग्रवाल, पवन अग्रवाल, ओम प्रकाश अग्रवाल लड्डू, सतनाम सिंह, अजेंद्र राय, उमेश सिंह, हेमंत श्रीवास्तव, गौरव मौर्य, शशि सोनकर, डा. शशिभूषण शर्मा, कमलेश सोनकर, अमरजीत विश्वकर्मा, रवि चौरसिया, आकाश गोंड़, सावन प्रजापति आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन संस्थान सचिव सुनील दत्त विश्वकर्मा ने किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.