भूल न जाना इस धरती पर वीर हमीद भी ¨जदा हैं
आजमगढ़: श्री अग्रसेन महिला महाविद्यालय में आयोजित सात दिवसीय एनएसएस के विशेष शिविर का समापन सोमवार को हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष शीला श्रीवास्तव व विशिष्ठ अतिथि वीररस के प्रसिद्ध युवा कवि पंकज 'प्रखर' ने संयुक्त रूप से सरस्वती प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया। स्वयंसेविकाओं ने लक्ष्यगीत प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया गया। इसके बाद साधना सरोज व छाया मौर्या विशेष शिविर का विस्तृत अनुभव साझा किया। इस दौरान रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।
जासं, आजमगढ़ : श्री अग्रसेन महिला महाविद्यालय में आयोजित सात दिवसीय एनएसएस के विशेष शिविर का समापन सोमवार को हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष शीला श्रीवास्तव व विशिष्ट अतिथि वीररस के प्रसिद्ध युवा कवि पंकज 'प्रखर' ने संयुक्त रूप से सरस्वती प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया। स्वयंसेविकाओं ने लक्ष्य गीत प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया गया। इसके बाद साधना सरोज व छाया मौर्या विशेष शिविर का विस्तृत अनुभव साझा किए। इस दौरान रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। युवा कवि पंकज प्रखर ने 'उजड़े हुए चमन में कली खिलती है वो किस्मत के धन है, बेटी जिन्हें मिलती है' प्रस्तुत कर खूब वाहवाही लूटी। इसके बाद 'कुछ जयचंदों और जाफरों से भारत शर्मिदा है, भूल न जाना इस धरती पर वीर हमीद भी ¨जदा हैं', प्रस्तुत किया। स्वामी विवेकानंद के जीवन दर्शन को कविता पाठ के जरिए भारत के युवा सिपाही उठो विवेकानंद बनो की अपील की। मुख्य अतिथि ने कहा कि महापुरुषों के जीवन दर्शन से प्रेरणा लेनी चाहिए। स्वयंसेविकाओं ने कन्या भ्रूण हत्या पर आधारित नाटक का भी मंचन किया। कार्यक्रम अधिकारी डा. वंदना द्विवेदी ने कहा कि राष्ट्रीय सेवायोजना के उद्देश्यों को आत्मसात करना चाहिए और राष्ट्र के प्रति समर्पित होकर राष्ट्रहित की भावना से कार्य करना चाहिए तभी शिविर की सार्थकता होगी। संचालन रोशनी चौहान ने किया। इस दौरान डा. इंदुमती दुबे, आराधना, ¨सह, डा. रागिनी, गौतम, गरिमा अग्रवाल, गीता सचदेवा, वंदना आदि मौजूद रहीं।