कहीं मौत का मोड़ न बन जाए टूटी पुलिया
सड़क दुर्घटनाओं की कई वजह हो सकती हैं, लेकिन यहां तो हमारी सड़कें भी इनमें कम भूमिका नहीं निभा रहीं। सड़क से सफर करते समय कब, कौन सा मोड़ किसी के लिए मौत का मोड़ बन जाए, कहा नहीं जा सकता।
आजमगढ़ : सड़क दुर्घटनाओं की कई वजह होती है। सड़कें भी इसी में शामिल हैं। सड़क से सफर करते समय कब, कौन सा मोड़ किसी के लिए मौत का मोड़ बन जाए, कहा नहीं जा सकता। कुछ ऐसा ही हाल मार्टीनगंज क्षेत्र के फुलेश गांव के समीप स्थित टूटी पुलिया का है जो पिछले एक साल से टूटी पड़ी है। हालांकि यह मार्ग दो जनपदों को जोड़ता है। इस मार्ग से प्रतिदिन हजारों लोगों का आवागमन होता है। बावजूद किसी जिम्मेदार की निगाह इस तरफ नहीं पहुंच रही है। अंबारी-बूढ़नपुर मार्ग पर संग्रामपुर गांव के पास जनपदीय मार्ग की पुलिया करीब महीने भर से धंसी पड़ी है। विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को इसकी खबर होने के बाद भी अनजान हैं। रोड पर मिट्टी भरी बोरी रखकर यह दर्शाया गया है कि पुलिया टूटी हुई है कृपया सावधान हो जाइए। आस-पास के लोगों का कहना है कि इस पुलिया के धंस जाने से करीब रोज यहां जाम लगता है। जाम के कारण अगल-बगल से पास लेने में कई बार दुर्घटनाएं हुई हैं, लेकिन अधिकारी हर बार मौन रहे। इनको किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार है।