कमिश्नर ने बाढ़ खंड भूमि प्रकरण में गठित की जांच टीम
आजमगढ़ कूटरचित दस्तावेजों के आधार बाढ़ खंड कार्यालय की करोड़ों रुपये की भूमि अपने नाम कराने के प्रकरण में मंडलायुक्त कनक त्रिपाठी ने दो अधिकारियों की जांच टीम गठित की है। इधर उप जिलाधिकारी सदर प्रशांत कुमार नायक ने बाढ़ खंड के पैरोकार द्वारा 13 नंवबर को दिए गए आवेदन के बाद अभिलेखों की जांच भी शुरू हो गई है। एसडीएम ने बताया कि जांच की जिम्मेदारी तहसीलदार सदर पवन कुमार सिंह को दी गई है। आख्या के बाद संबंधित के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराया जाएगा।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर बाढ़ खंड कार्यालय की करोड़ों रुपये की भूमि अपने नाम कराने के प्रकरण में मंडलायुक्त कनक त्रिपाठी ने दो अधिकारियों की जांच टीम गठित की है। इधर, उप जिलाधिकारी सदर प्रशांत कुमार नायक ने बाढ़ खंड के पैरोकार द्वारा 13 नंवबर को दिए गए आवेदन के बाद अभिलेखों की जांच भी शुरू कर दी है। एसडीएम ने बताया कि जांच की जिम्मेदारी तहसीलदार सदर पवन कुमार सिंह को दी गई है। आख्या के बाद संबंधित के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराया जाएगा।
शारदा चौराहे के करीब तमसा नदी बांध के पास बाढ़ खंड का कार्यालय बना है। एक खाता में कई गाटा बाढ़ खंड के बांध के नाम दर्ज है। यह प्रकरण 1985 से चल रहा है। बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता दीपक कुमार ने मंडलायुक्त से शिकायत की थी कि अपनी भूमि का दावा करते हुए मड़या मोहल्ले के एक परिवार के कारण कार्यालय का निर्माण नहीं करा पा रहा था। इसी बीच वादी मुकदमा ने एसडीएम सदर की अदालत में कूटरिचत दस्तावेज प्रस्तुत कर दिया, जो अभिलेख उर्दू में था, उसका अनुवाद हिदी में करते समय नाम बदलवा दिया गया।
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वर्जन--एसडीएम सदर
''प्रकरण उच्चाधिकारियों के संज्ञान में है। 13 नवंबर को बाढ़ खंड के पैरोकार ने न्यायालय में आवेदन पत्र दिया है। वादी द्वारा प्रस्तुत पत्रालियों के अवलोकन के दौरान संज्ञान में आया है कि कूटरचित कर अभिलेख प्रस्तुत किए गए हैं। जांच के लिए तहसीलदार सदर को नामित किया गया है। आख्या के बाद वादी मुकदमा के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाएगी।
--प्रशांत कुमार नायक, एसडीएम सदर, आजमगढ़।