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बेटी की बहादुरी से बच गई मां की जान

देवडीह बिसरखा गांव में अधेड़ की हुई हत्या के पीछे रास्ते की भूमि व पूर्व में हुई अवैध संबंधों को लेकर हत्या की रंजिश का परिणाम बताया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Jan 2019 07:24 PM (IST)Updated: Wed, 16 Jan 2019 07:24 PM (IST)
बेटी की बहादुरी से बच गई मां की जान
बेटी की बहादुरी से बच गई मां की जान

जागरण संवाददाता, अतरौलिया (आजमगढ़) : देवडीह बिसरखा गांव में अधेड़ की हुई हत्या के पीछे रास्ते की भूमि व पूर्व में हुई अवैध संबंधों को लेकर हत्या की रंजिश का परिणाम बताया जा रहा है। पुलिस इन्हीं दोनों ¨बदुओं को आधार बनाकर छानबीन कर रही है।

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एसपी ग्रामीण नरेंद्र प्रताप ¨सह ने बताया कि मृत राम सरित राम का अपने पट्टीदार रामबरन राम से रास्ते की भूमि को लेकर विवाद चल रहा है। राम सरित ने विवादित रास्ते की भूमि पर मड़ई रख लिया, जिससे उक्त रास्ता बंद हो गया था। इस विवादित रास्ते को लेकर कोर्ट में मुकदमेबाजी भी चल रही है। आरोपित रामबरन राम के पुत्र का पट्टीदार की पुत्री से अवैध संबंध था। इसकी जानकारी जब राम सरित को हुई तो उसे यह बात खटकने लगी। सुनियोजित साजिश के तहत राम सरित ने अपने पट्टीदार के इकलौते पुत्र अन्नू को एक वर्ष पूर्व धोखे से जहर खिला दिया। जहर खा लेने से अन्नू की इलाज के दौरान ही मौत हो गई। बेटे की हत्या की जानकारी होने के बाद भी रामबरन ने इस घटना के संबंध में न तो कोई मुकदमा दर्ज कराया और न ही पुलिस को कुछ बताया था।

ग्रामीणों का कहना है कि राम सरित की हत्या के बाद हमलावर उसकी पत्नी प्रेमा की भी हत्या करना चाहते थे। मृत राम सरित के पौत्र रोशन ने जब बुआ मीरा को बताया तो हमलावरों की परवाह किए बगैर मीरा ने बहादुरी का परिचय देते हुए उनसे भिड़ गई। इतना ही नहीं नकाबपोश हमलावरों के चेहरे पर बांधे हुए कपड़े को खींचकर खोल दिया। हमलावरों को पहचानते ही वह शोर मचाने लगी। शोर सुनकर परिजनों के जग जाने पर हमलावर भागने पर मजबूर हो गए। इस हत्या की खबर पाकर मौके पर आए यूपी 100 के पुलिसकर्मियों ने घायल मां-बेटी को अपने वाहन से लेकर अतरौलिया सीएचसी पर पहुंचे। वहां से एंबुलेस पर दोनों को लेकर जिला अस्पताल पहुंचाए। यूपी 100 ने भी अगर तत्काल तत्परता नहीं दिखाई होती तो घायल मां-बेटी की समय से इलाज न होने पर मौत हो जाती। परिवार का इकलौता कमाऊ सदस्य था राम सरित

देवडीह बसिरखा गांव निवासी मृत राम सरित राम अपने परिवार का इकलौता कमाऊ सदस्य था। उसी के कंधे पर परिवार की जीविका चलाने की जिम्मेदारी थी। उसकी चार पुत्रियां व दो पुत्रों में 27 वर्षीय मीरा देवी, 22 वर्षीय मनीता, 20 वर्षीय अंशिका, 18 वर्षीय सुनीता, 25 वर्षीय रवि व 14 वर्षीय रामपलक हैं। मीरा की शादी राम सरित ने आंबेडकर नगर जिले के मंडप गांव में की है। मीरा शादी के बाद से मायके में ही रह रही है। उसके घर की माली हालत भी ठीक नहीं है। पुत्र रवि रोजगार की तलाश में दिल्ली में रहता है। राम सरित की हत्या की खबर से परिवार में कोहराम मचा हुआ है।


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