सीटीसीपी की रिपोर्ट पर अटका बाढ़ खंड भवन का निर्माण
आजमगढ़: प्रतिबंधित ग्रीनलैंड की पेच में फंसे बाढ़ खंड विभाग के निर्माणाधीन भवन अब सीटीसीपी (चीफ टाउन एंड कंट्री प्लानर) की रिपोर्ट परअब जाकर अटक गया है। अब देखना है कि कब तक रिपोर्ट आती है और विकास प्राधिकरण की कार्रवाई या फिर बाढ़ खंड विभाग का दावा सही होता है कि निर्माणाधीन भवन ग्रीनलैंड में है या नहीं।
आजमगढ़ : प्रतिबंधित ग्रीनलैंड की पेच में फंसे बाढ़ खंड विभाग के निर्माणाधीन भवन अब सीटीसीपी (चीफ टाउन एंड कंट्री प्लानर) की रिपोर्ट पर अब जाकर अटक गया है। अब देखना है कि कब तक रिपोर्ट आती है और विकास प्राधिकरण की कार्रवाई या फिर बाढ़ खंड विभाग का दावा सही होता है कि निर्माणाधीन भवन ग्रीनलैंड में है या नहीं।
शहर के मड़या मोहल्ले में बाढ़ खंड द्वारा गरुड़ होटल के बगल में भवन का निर्माण कराया जा रहा है। जिस जमीन पर भवन का निर्माण कराया जा रहा है, उसे विकास प्राधिकरण ने प्रतिबंधित हरितपट्टी में बताते हुए नोटिस जारी कर दिया, फिर भी बाढ़ खंड द्वारा निर्माण नहीं रोका गया। मोहल्ले के लोगों की शिकायत पर जिलाधिकारी ने एडीए को काम रोकवाने का निर्देश दिया। काम रुकते ही बाढ़ खंड भी सामने आ गया। बाढ़ खंड के एई कृष्ण कुमार ने संबंधित भूमि को ग्रीन लैंड की न होने से इन्कार कर दिया। जिलाधिकारी के समक्ष बाढ़ खंड विभाग के अधिकारी प्रस्तुत हुए और बताया कि जिस जमीन में भवन बन रहा है, वह ग्रीन लैंड में नहीं है। इस पर डीएम ने एडीए के जेई रमाशंकर वर्मा को तलब किया। जेई ने बताया कि निर्माणाधीन भवन अगल-बगल ग्रीनलैंड में बन रहे अन्य कई लोगों को नोटिस जारी किया गया है। मानचित्रकार एवं टाउनप्लानर द्वारा रिपोर्ट दी गई है। इस पर डीएम ने पुन: भौतिक सत्यापन कर कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था। मानचित्रकार बृजभूषण विश्वकर्मा ने एडीए सचिव बाबू ¨सह के सामने मानचित्र प्रस्तुत किया कि निर्माणाधीन भवन के बगल में कुछ निशान बने हैं, इसलिए इसका निर्धारण तहसील व टाउन प्लानटर ही कर सकते हैं। इसके बाद प्रकरण सीटीसीपी के जिला कार्यालय प्रकरण भेजा गया है लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं हो सका। ''मानचित्रकार अनुसार बाढ़ खंड का निर्माणाधीन भवन ग्रीनलैंड में आता है। इसीलिए नोटिस जारी किया गया था। जिलाधिकारी के निर्देश पर टाउनप्लानर का मानचित्र देखा गया जिसमें बीच में डॉट-डॉट दिखाया जा रहा है, लेकिन वह क्या है स्पष्ट नहीं हो रहा है इसलिए अब इसके अंतिम निर्णय के लिए जिला चीफ टाउन एंड कंट्री प्लानर के पास पत्रावली भेजी गई है। रिपोर्ट आने के बाद अंतिम फैसला लिया जाएगा।
-बीबी राम, एई एडीए, आजमगढ़।