स्वास्थ्य केंद्र पर दुर्व्यवस्था के लिए सीएचसी अधीक्षक जिम्मेदार
जागरण संवाददाता माहुल (आजमगढ़) नगर के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी आरके
जागरण संवाददाता, माहुल (आजमगढ़) : नगर के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी आरके पाठक ने शनिवार को जिलाधिकारी से मिलकर एक शिकायती पत्र दिया। इसमें उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अहरौला के अधीक्षक को अस्पताल में व्याप्त गंदगी और दवाओं की अनुपलब्धता के जिम्मेदार ठहराया। एक प्रभारी द्वारा अपने ही विभाग की शिकायत चर्चा का विषय बनी हुई है।
डा. पाठक द्वारा डीएम को दिए गए शिकायती पत्र में यह कहा गया है कि शासन की मंशा के अनुरूप हर वर्ष अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए बजट कोड आवंटित होता है। इसकी सूची मरीजों की उपलब्धता के आधार पर सीएचसी के अधीक्षक द्वारा बनाकर ऊपर तक भेजी जाती है परंतु अहरौला के अधीक्षक योगेश कुमार गौतम ने अतिरिक्त स्वास्थ केंद्र माहुल की सूची भेजी ही नहीं। बजट कोड आवंटित न होने से तीन माह से जिला अस्पताल के स्टोर से दवाएं नहीं मिल रहीं। मजबूर होकर बाहरी दवाएं लिखनी पड़ रही हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि 2010-11 के बाद से अब तक माहुल अस्पताल की रंगाई-पोताई तक नहीं हुई, जबकि शासन द्वारा हर वर्ष इसकी रंगाई-पोताई के लिए बजट आता है लेकिन वह भी नहीं मिला। इस कारण अस्पताल के प्लास्टर तक टूट रहे हैं।
पत्र में यह भी आरोप लगाया है कि अस्पताल में प्रसव कराया जाता है और प्रशिक्षित एएनएम इसे कराती हैं पर सीएचसी अहरौला द्वारा न तो इससे संबंधित दवाएं दी जाती हैं और न ही प्रसव से संबंधित अन्य सामान ही मिलता है। प्रभारी चिकित्साधिकारी का कहना है कि अस्पताल के फार्मासिस्ट रामजतन वर्मा तीन बार स्टोर पर दवा लेने जिला अस्पताल गए परंतु बजट कोड की वजह से वापस कर दिया गया। इस बाबत अधीक्षक से कहा तो उन्होंने कहा कि आपको डीएम दवा देंगे। इसीलिए हमने उन्हीं से मिलने का फैसला लिया। उन्होंने आश्वासन भी दिया है कि समस्या का निदान होगा।
इस संबंध में सीएचसी अहरौला के अधीक्षक डा. योगेश कुमार गौतम का कहना है कि उनके क्षेत्र में चार अतिरिक्त पीएचसी हैं जिसमें माहुल का बजट कोड नहीं एलाट हो पाया है। वह प्रक्रिया में है और जल्द से जल्द हो जाएगा। तब तक हमारे स्तर से दवा भेजी जा रही है। यही नहीं अस्पताल की रंगाई-पोताई भी एक सप्ताह के अंदर शुरू करा दी जाएगी।