सावधान! अपराधियों की अब खैर नहीं
अपराध की दुनिया से नाता रखने वाले अपराधियों की अब खैर नहीं है। नए व पुराने अपराधियों पर नजर रखने के लिए जिले में पच्चीस ईगल मोबाइल दस्ता टीम गठित हो गई। इस टीम में तैनात पुलिस कर्मियों के जिम्मे सिर्फ अपराधियों की निगरानी के साथ ही उनका
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : अपराध की दुनिया से नाता रखने वाले अपराधियों की अब खैर नहीं है। नए व पुराने अपराधियों पर नजर रखने के लिए जिले में पच्चीस ईगल मोबाइल दस्ता टीम गठित हो गई। जिले में गठित 25 ईगल मोबाइल दस्ता टीम को डीआईजी विजय भूषण ने रविवार की दोपहर को पुलिस लाइन से हरी झंडी दिखाकर थानों के लिए रवाना किया।
एसपी बबलू कुमार ने बताया कि इस दस्ता का नाम ईगल इसलिए रखा गया है ताकि अपराधियों पर गिद्ध की तरह नजर रहे। प्रत्येक दस्ता में दो -दो तेज तर्रार आरक्षी शामिल किए गए हैं। इन आरक्षियों को विशेष ट्रे¨नग दी गई है। उन्होंने कहा कि थाने की पुलिस के पास कई तरह के कार्य होते हैं। कार्य की अधिकता के चलते पुराने व नए अपराधियों की गतिविधियों पर वे नजर रखने के लिए समय नहीं दे पाते हैं। इसलिए ईगल मोबाइल दस्ता का गठन किया गया है। इनका कार्य सिर्फ अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखने के साथ ही उनका डोजियर तैयार करना है, और उनके सभी गतिविधियों की सूचना समय-समय पर पुलिस अधिकारियों को उपलब्ध कराना है। डीसीआरबी के माध्यम से इस दस्ते की मानीट¨रग की जाएगी। ईगल मोबाइल दस्ता के गठन के बाद पुलिस को अपराधियों की जानकारी करने में काफी मदद मिलेगी। ईगल मोबइल दस्ता के गठन होने से जिले के जितने भी अपराधी हैं, उन सभी के गतिविधियों पर पुलिस की न केवल नजर रहेगी। दस्ते में शामिल सिपाही अपराधियों के घर पहुंच कर मोबाइल से उनकी वीडियों ग्राफी भी करेंगे। जरूरत पड़ने पर उन्हें थाने को मिले सीयूजी नंबर भी उपलब्ध करा कर त्रिनेत्र ऐप से जोड़ दिया जाएगा।
विजय भूषण, पुलिस उप महानिरीक्षक, परिक्षेत्र आजमगढ़