आजमगढ़ में फंदे से लटकता मिला बी फार्मा की छात्रा का शव, किराए के घर में रहकर करती थी पढ़ाई
आजमगढ़ जिले में अपने घर से दूर रहकर बी फार्मा की पढ़ाई कर रही छात्रा के कमरे में फंदे से फांसी लगाने की घटना की जानकारी के बाद किराएदारों ने दरवाजा तोड़कर अस्पताल भेजा जहां डाक्टर ने मृत्यु होने की पुष्टि कर दी।
आजमगढ़, जागरण संवाददाता। शहर के गुलामी का पूरा में रहकर बी फार्मा की पढ़ाई करने वाली छात्रा का शव फंदे से लटकते मिलने की जानकारी होने के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई। कप्तानगंज थाना क्षेत्र के मुखलिसपुर गांव की निवासी छात्रा ने आत्महत्या क्यों की इसकी जानकारी नहीं हो सकी।
शहर कोतवाली के गुलामी का पूरा मोहल्ले में गुरुवार की सुबह किराए के मकान में फंदे से लटकती मिली बी फार्मा की छात्रा का शव देखकर लोग सन्न रह गए। बचा लेने की उम्मीद में आनन-फानन लोगों ने दरवाजा तोड़ उसे फंदे से उतारकर जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया। अस्पताल प्रशासन ने शव को पोस्टमार्टम के लिए मार्चरी में रखवा दिया।
कप्तानगंज थाना क्षेत्र के मुखलिसपुर गांव निवासी मधुबाला निषाद शहर कोतवाली क्षेत्र के गुलामी का पूरा मोहल्ले में किराए का कमरा लेकर बी फार्मा का कोर्स करती थी। मकान में अन्य किराएदाराें के अलावा उसी के गांव का चंदन भी रहकर पढ़ाई करता है।
अस्पताल में मिले करीबी चंदन ने बताया कि रात में 12 बजे तक सभी लोग साथ भोजन किए। उसके बाद मधुबाला अपने और मैं अपने कमरे में सोने चला गया। सुबह नौ बजे तक उसका दरवाजा नहीं खुला, तो हम लोगों ने अनहोनी की आशंका में खिड़की से झांककर देखा तो छत के चुल्ले से दुपट्टे के सहारे लटकती मिली। उसे बचा लेने की उम्मीद में पुलिस को बिना सूचना दिए आनन-फानन दरवाजा तोड़कर उसे फंदे से नीचे उतारा और जिला अस्पताल ले गए, जहां आपातकालीन कक्ष में तैनात डा. एके शाह ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मृतका दो भाइयों में अकेली थी और पिता मजदूरी करके परिवार का भरण-पोषण करते हैं। चंदन ने बताया कि घटना की जानकारी मधुबाला के परिवार को दे दी गई है। छात्रा ने किन परिस्थितियों में आत्मघाती कदम उठाया, यह स्पष्ट नहीं हो सका था। परिवार वालों के जिला अस्पताल पहुंचने का इंतजार किया जा रहा था।