लावारिस युवती का भारद ने किया दाह संस्कार
आजमगढ़ : रौनापार थानांतर्गत दान चिलबिला गांव में हत्या कर फेंकी गई युवती की शिनाख्त न होने पर पोस्टमार्टम के बाद भारत रक्षा दल के कार्यकर्ताओं ने राजघाट पर मृतका का दाह संस्कार किया।
आजमगढ़ : रौनापार थानांतर्गत दान चिलबिला गांव में हत्या कर फेंकी गई युवती की शिनाख्त न होने पर पोस्टमार्टम के बाद भारत रक्षा दल के कार्यकर्ताओं ने राजघाट पर मृतका का दाह संस्कार किया। इस प्रकार अब तक भारद ने 274 लावारिस लाशों का दाह संस्कार करने में अपनी महती भूमिका निभाई है। क्षेत्र में इसकी सराहना की जा रही है।
हरिकेश विक्रम श्रीवास्तव ने कहा कि शुरू में साथियों को यह कार्य करने में परेशानी होती थी। साथ ही लकड़ी आदि के खर्च का बोझ भी पीड़ा देता था, लेकिन लकड़ी देने वालों ने पैसे के अभाव में लकड़ी देने से मना नहीं किया। लकड़ी खर्च उठाने के लिए अब कई लोग उनके साथ हैं। अब उधारी पर काम नहीं हो रहा है। नगर अध्यक्ष मनीष कृष्ण साहिल ने कहा कि तमसा नदी को प्रदूषण मुक्त करना, मानव काया की दुर्दशा न हो और अंतिम संस्कार को कोई न तरसे। यही हम सबका मिशन है जो आज भी निरंतर चल रहा है और आगे भी चलता रहेगा। दाह संस्कार करने वालों में मनीष कृष्ण साहिल, गोपाल प्रसाद, जावेद अंसारी, डा. धीर श्रीवास्तव, मोहम्मद अफजल आदि शामिल थे।