बाबू जगदेव ने दबे कुचलों की लड़ी लड़ाई
सामाजिक संगठन अशोक सेवा संस्थान के तत्वावधान में विहार के लेलिग शहीद बाबू जगदेव प्रसाद कुशवाहा का शहीद दिवस विचार गोष्ठी के रूप में रविवार को अंबेडकर पार्क में मनाया गया।
जासं, आजमगढ़ : सामाजिक संगठन अशोक सेवा संस्थान के तत्वावधान में शहीद बाबू जगदेव प्रसाद कुशवाहा का शहीद दिवस विचार गोष्ठी के रूप में रविवार को अंबेडकर पार्क में मनाया गया। संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामसुधार मौर्य ने कहा कि बाबू जगदेव प्रसाद कुशवाहा बिहार प्रांत के जहानाबाद जिला के कुर्था विधान सभा में पांच सितंबर 1974 को सोशकों के हाथों लाखों की सभा को संबोधित करते हुए शहीद हो गए। वे शोषितों के मसीहा थे। उन्होंने कहा कि जब तक दबा कुचला व वंचित समाज एकजुट होकर संघर्ष नहीं करेगा तब तक अपने हक अधिकार व सम्मान को नहीं पाएगा। बाबू जगदेव प्रसाद कुशवाहा नारी की सशक्तिकरण पाखं, अंधविश्वास तथा नशाखोरी के प्रबल विरोधी थी। वे समाज को उठाने के लिए राजनैतिक सहारा भी लिया और दो बार कैबिनेट मंत्री भी रहे। वे हमेशा असहायों की लड़ाई लड़ते रहे। विचार गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए समाजसेवी शिवकुमार मौर्य ने कहा कि बाबू जगदेव प्रसाद कुशवाहा जैसे महान क्रांतिकारी व शोषित वंचित समाज सम्मान की लड़ाई लड़ने की जरूरत है। वे पिछड़ी समाज के प्रेरणास्त्रोत थे। गोष्ठी को डा. सतिराम मौर्य, रामचेत मौर्य, टिल्ठू, काशी मौर्य, बच्चेलाल, डा. प्रेमनरायन, गुलाबी देवी, सुभद्रा, कमलावती देवी आदि रहे। संचालन त्रिभुवन मौर्य ने किया।