तथागत बुद्ध ने करुणा मैत्री दिया संदेश
सम्राट अशोक धम्म विजयदशमी व बौद्ध धम्म दीक्षा समारोह कार्यक्रम सोमवार को बुद्ध बिहार हरबंशपुर में किया गया। समिति के प्रबंधक बलिहारी बाबू ने कहा कि तथागत बुद्ध ने अंधविश्वास पाखंड ऊंचनीच व भेदभाव को मिटाकर मानवतावादी व्यवस्था निर्माण के लिए करुणा मैत्री का संदेश दिया था।
जासं, आजमगढ़ : सम्राट अशोक धम्म विजया दशमी व बौद्ध धम्म दीक्षा समारोह कार्यक्रम सोमवार को बुद्ध बिहार हरबंशपुर में किया गया। समिति के प्रबंधक बलिहारी बाबू ने कहा कि तथागत बुद्ध ने अंधविश्वास, पाखंड, ऊंचनीच व भेदभाव को मिटाकर मानवतावादी व्यवस्था निर्माण के लिए करुणा मैत्री का संदेश दिया था। इसी से प्रेरित होकर सम्राट अशोक महान ने बौद्ध धम्म की दीक्षा ग्रहण किया था। बुद्ध से प्रभावित होकर सम्राट अशोक से प्रेरणा पाकर बाबा साहब डा. भीमराव आंबेडकर ने 14 अक्टूबर 1956 को लाखों अनुयायियों के साथ बौद्ध धम्म की दीक्षा ली थी। बुद्ध, सम्राट अशोक व डा. भीमराव आंबेडकर से प्रेरणा लेकर प्रत्येक मानव को अपना कल्याण करते हुए मानव सेवा में समर्पित होकर गणतंत्र व मानवता का प्रेमी होने का संदेश देना चाहिए। धम्म दीक्षा दिवस इसी को याद करने का दिन है। इस अवसर पर जगधारी, डा. एसके गौतम, फौजदार मौर्य, पीआर गौतम, एसके सिद्धार्थ, सहदेव, राजेंद्र प्रसाद आदि रहे। अध्यक्षता पूर्व सांसद बलिहारी बाबू व संचालन पंचम बाबू ने किया।