Azamgarh News: आजमगढ़ को लगे विकास के पंख, सांसद निरहुआ की 19 परियोजनाओं के प्रस्ताव को मिली हरी झंडी
Azamgarh News- भाजपा सांसद निरहुआ ने अपने संसदीय क्षेत्र के विकास को लेकर काफी सक्रिय है। उन्होंने 19 परियोजनाओं (Projects) का प्रस्ताव रखा था। उनके इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है। इसके बाद अधिकारियों को स्थलीय निरीक्षण का निर्देश दिया गया है।
आजमगढ़, जागरण संवाददाता। आजमगढ़ संसदीय क्षेत्र से सांसद बनने के बाद दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ (BJP MP Dinesh Lal Yadav) अपने क्षेत्र के विकास कार्यों को लेकर काफी सक्रिय दिख रहे हैं। उनका यह प्रयास भी सफल होता नजर आ रहा है। दरअसल, सांसद निरहुआ द्वारा 19 परियोजनाओं (Projects) को लेकर लाए गए प्रस्ताव को हरी झंडी मिल गई है। ऐसे में प्रबल संभावनाएं हैं कि आजमगढ़ संसदीय क्षेत्र बहुत जल्द विकास करे।
जानकारी के मुताबिक, भाजपा सांसद दिनेश लाल यादव अपने संसदीय क्षेत्र सदर के विकास में लग गए हैं। क्षेत्र के विकास के लिए दिनेश लाल ने सांसद निधि से कुल 19 परियोजनाओं का प्रस्ताव दिया था। डीएम विशाल भारद्वाज के अनुमोदन के बाद कार्यदायी संस्थाओं को नामित कर दिया गया है।
यूपी सिडको और आरइडी को दी गई जिम्मेदारी
साथ ही निर्देश जारी किया गया कि परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए ताकि इनको सांसद निधि से धनराशि अवमुक्त की जाए। भाजपा सांसद की प्रस्तावित परियोजनाओं में यूपी सिडको (यूपी स्टेट कंस्ट्रक्शन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड) को 14 और आरइडी को पांच परियोजनाओं के निर्माण की जिम्मेदारी दी गई है।
परियोजनाओं के तहत इन जगहों पर होगा विकास कार्य
प्रस्तावित परियोजनाओं में भंवरनाथ मंदिर पर शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, चार सोलर लाइट, एक हाई मास्ट लाइट, नदवा सराय-जीयनपुर मार्ग, बलरामपुर पुलिस चौकी के सामने से पठखौली तक संपर्क मार्ग, ग्राम बिजरवा में सीसी रोड, बद्दोपुर में इंटरलाकिंग, लोक सभा क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर सोलर स्ट्रीट लाइट, पांच स्थानों पर यात्री शेड, पांच प्रमुख सार्वजनिक स्थानों पर ओपन जिम का निर्माण आदि शामिल है।
परियोजना निदेशक ने कही यह बात
जिला ग्राम्य विकास अभिकरण के परियोजना निदेशक केके सिंह ने कहा कि भाजपा सांसद ने कई परियोजनाओं का प्रस्ताव दिया है। डीएम के अनुमोदन के बाद कार्यदायी संस्था नामित कर दी गई हैं। सभी से स्थलीय निरीक्षण कर कार्ययोजना मांगी गई है, जिससे सांसद निधि से धनराशि अवमुक्त की जा सके।