Azamgarh News: सरयू में छोड़ा गया चार लाख क्यूसेक पानी, खतरा निशान पार; तटवर्ती गांवों के लोगों की बढ़ी धड़कन
जलस्तर में उतार-चढ़ाव के कारण ग्रामीणों की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। तीन स्थानों पर कटान शुरू हो गई है। गांगेपुर रिंग बांध के समीप गांगेपुर परसिया उर्दिहा व देवारा खास राजा के बगहवा पुरवा में कटान से किसान परेशान हैं।
आजमगढ़, जागरण संवाददाता। सगड़ी तहसील के उत्तरी छोर पर बहने वाली सरयू नदी का जलस्तर एक बार फिर उफान पर है। डिघिया नाला गेज स्थल पर नदी खतरा निशान से 39 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गई है। यह स्थित लखीमपुर के तीन बैराज से 4,01,614 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण उत्पन्न हुई है। गिरजा बैराज से 229667, शारदा बैराज से 149878 तथा सरयू बैराज से शनिवार को 22069 क्यूसेक पानी सरयू नदी में छोड़ा गया है।
जलस्तर में उतार-चढ़ाव के कारण ग्रामीणों की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। तीन स्थानों पर कटान शुरू हो गई है। गांगेपुर रिंग बांध के समीप गांगेपुर परसिया, उर्दिहा व देवारा खास राजा के बगहवा पुरवा में कटान से किसान परेशान हैं।
हर वर्ष तबाही मचाती हैं सरयू की लहरें
रिंग बांध के समीप कटान ने ग्रामीणों की चिंता को और बढ़ा दिया है। कारण कि रिंग बांध की सुरक्षा के लिए निर्माणाधीन तीन ठोकरों का निर्माण साल भर बाद भी पूरा नहीं हो सका है। ऐसे में अगर रिंग बांध को नुकसान पहुंचा, तो कई गांव जलमग्न हो सकते हैं। देवारा क्षेत्र में सरयू नदी की लहरें हर वर्ष तबाही मचाती हैं।
कब उफान आ जाए कुछ पता नहीं
पिछले वर्ष आई बाढ़ में भी जबरदस्त कटान हुई और सैकड़ों एकड़ जमीन कटकर नदी में बह गई। बाढ़ का प्रकोप 15 जून के बाद शुरू हो जाता है, तो अक्टूबर मध्य तक जलस्तर में उतार-चढ़ाव बना रहता है। इतने दिनों में जलस्तर में कब उफान शुरू हो जाएगा, इसका अंदाजा लगा पाना मुश्किल होता है।
नालों का पानी भी खतरे के निशान से ऊपर
शनिवार को डिघिया नाले पर 70.15 मीटर जलस्तर रिकार्ड किया गया था, जो रविवार को 64 सेमी बढ़कर 70.79 मीटर पर पहुंच गया। इसी प्रकार बदरहुआ नाला गेज पर शनिवार को जलस्तर 70.32 मीटर रिकार्ड किया गया था, जो रविवार को 68 सेमी बढ़कर 71.00 मीटर पर पहुंच गया। डिघिया नाले पर खतरा निशान 70.40 व बदरहुआ पर खतरा निशान 71.68 मीटर है।