पद्मश्री अनूप जलोटा की गजलों पर फिदा हुए श्रोता
पद्मश्री अनूप जलोटा की गजलों पर फिदा हुए श्रोता
आजमगढ़ : भजन व गजल गायक पद्मश्री अनूप जलोटा ने गुरुवार की शाम शहर के एक होटल में आयोजित 'मैं एक शाम, अगर चुरा लूं' कार्यक्रम में एक से एक गजल सुनाकर 'महताब-ए-मौसीकी' यादगार बना दिया। शुरुआत मशहूर भजन 'ऐसी लागी लगन, मीरा हो गई मगन' से की, जिसे सुन श्रोता भक्तिरस में गोता लगाते रहे। इसके बाद जब गजलों की शुरुआत की तो वाह-वाह के बाद तालियां रुकने का नाम नहीं ले रहीं थी।
आजमगढ़ में आया हूं और कैफी साहब के गीत न गाऊं यह हो नहीं सकता। 'तुम इतना मुस्कुरा रहे हो, क्या गम है जिसे छुपा रहे हो' सुनते ही लोगों को वाह-वाह करने पर मजबूर कर दिया। इसके बाद 'होठों से छू लो तुम, मीरा गीत अमर कर दो, बन जाओ मीत मेरे, मेरी प्रीत अमर कर दो', सुनाकर युवाओं का दिल जीत लिया। इस बीच मौका मिला तो एक नदी की कहानी सुनाते हुए तमसा सफाई अभियान के लिए जिलाधिकारी व आजमगढ़वासियों की तारीफ करना नहीं भूले। कहा कि इसकी चर्चा आज पूरे देश में है।
युवा गजल गायक आदित्य सारस्वत और अनुजा ने भी अपनी गजलों से मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके पूर्व आयोजक मंडल की डा. स्वास्ति सिंह, डा. निर्मल श्रीवास्तव, डा. अशोक सिंह एवं डा. शहाबुद्दीन ने अनूप जलोटा, आदित्य सारस्वत का स्वागत किया। संचालन शिब्ली पीजी कॉलेज दर्शनशास्त्र के प्राध्यापक डा. विनोद कुमार सिंह ने किया। इस मौके पर मंडलायुक्त जगत राज, जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी, पुलिस अधीक्षक प्रो. त्रिवेणी सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष जयनाथ सिंह, डा. गायत्री यादव, डा. पीयूष यादव, पुष्पा सिंह, वीना सिंह, अलका सिंह, श्याम गुप्ता, अभिषेक पंडित सहित शहर के काफी संख्या में संगीत प्रेमी थे।