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मंडल में 155 अनुदानित अनुसूचित विद्यालय ओडीएफ नहीं

आजमगढ़ : आजमगढ़ मंडल को ओडीएफ करने के नाम पर सरकार जहां करोड़ों रुपये पानी की तरह बहा रही है, वहीं शिक्षा के मंदिर पूरी तरह से अछूते हैं। तीनों जनपदों में समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित 155 अनुसूचित विद्यालय में अभी तक कोई शौचालय का निर्माण नहीं कराया गया है। इसकी वजह से यहां पढ़ने वाले छात्र व अध्यापक खुले में शौच कर रहे हैं। इसके बावजूद प्रशासन की नजर इधर नहीं जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 31 Dec 2018 06:21 PM (IST)Updated: Mon, 31 Dec 2018 06:21 PM (IST)
मंडल में 155 अनुदानित अनुसूचित विद्यालय ओडीएफ नहीं
मंडल में 155 अनुदानित अनुसूचित विद्यालय ओडीएफ नहीं

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : आजमगढ़ मंडल को ओडीएफ करने के नाम पर सरकार जहां करोड़ों रुपये पानी की तरह बहा रही है, वहीं शिक्षा के मंदिर इससे पूरी तरह से अछूते हैं। मंडल के तीनों जनपदों में समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित 155 अनुसूचित विद्यालय में अभी तक कोई शौचालय का निर्माण नहीं कराया गया है। इसकी वजह से यहां पढ़ने वाले छात्र व अध्यापक खुले में शौच कर रहे हैं। इसके बावजूद प्रशासन की नजर इधर नहीं जा रही है।

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आजमगढ़ मंडल में कुल 155 अनुदानित अनुसूचित विद्यालय हैं जबकि नान पेमेंट के भी सैकड़ों विद्यालय हैं। अनुदानित विद्यालयों की बात की जाए तो आजमगढ़ मंडल के आजमगढ़ में 83, मऊ में 57 व बलिया जनपद में 15 विद्यालय संचालित हैं। इन सभी विद्यालयों में कुल 28,819 छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं। इसमें आजमगढ़ में 13185, मऊ में 13889 व बलिया में 1745 छात्र शामिल हैं। सभी विद्यालयों पर कुल 1045 शिक्षक तैनात हैं। इसमें आजमगढ़ में 520, मऊ में 470 व बलिया में 55 अध्यापक शामिल हैं। यानी शिक्षक व छात्रों को मिलाकर कुल 29,864 लोगों की आबादी में खुले में शौच करने को विवश हैं। सरकार का दावा है कि कोई भी व्यक्ति खुले में शौचालय न करें। फिर भी आला अफसर आंख मूंदे केवल मंडल को ओडीएफ का दावा कर रहे हैं।

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सभी विद्यालयों को शौचालय के लिए प्रस्ताव बनाने को कहा गया है। प्रस्ताव मिलते ही शासन से धनराशि की डिमांड की जाएगी और जल्द ही विद्यालय शौचालयुक्त हो जाएंगे।

सुरेश चंद्र पाल, संयुक्त निदेशक समाज कल्याण आजमगढ़ मंडल।

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गांवों को ओडीएफ की जिम्मेदारी पंचायत विभाग, नगरों को ओडीएफ की जिम्मेदारी नगर पालिका व नगर पंचायत को दी गई है। ऐसे में विद्यालयों को ओडीएफ करने की जिम्मेदारी विभाग की है। मंडल के इन विद्यालयों में शौचालय न होना गंभीर प्रकरण है। जल्द ही प्रस्ताव बनाने के लिए मैं तीनों जिलो के अफसरों को कहूंगा।

-जगतराज, मंडलायुक्त आजमगढ़ मंडल।


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