ड्रिप व स्प्रिंकलर सिचाई को 90 फीसद अनुदान
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : जनपद में जल संरक्षण को बढ़ावा देने व सिचाई की गुणवत्ता, दक्षता में वृद्धि
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : जनपद में जल संरक्षण को बढ़ावा देने व सिचाई की गुणवत्ता, दक्षता में वृद्धि करने के लिए सरकार ने अपना खजाना खोल दिया है। प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजनांतर्गत ड्रिप व स्प्रिंकलर सिचाई के लिए 839 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए किसानों को 90 फीसद अनुदान दिया जाएगा। किसानों का चयन प्रथम आओ-प्रथम पाओ के आधार पर किया जाएगा। अनुसूचित जाति के किसानों को योजना में विशेष वरीयता प्रदान की जाएगी।
किसानों के सिचाई का माध्यम ट्यूबवेल, सबर्मिसबल पंप व नहर हैं। ट्यूबवेल से अधिकतर किसान अपने खेतों व फसलों की सिचाई करते हैं। वर्तमान समय में गेहूं की बोआई का समय भी चल रहा है। ऐसे में ज्यादातर किसान नहरों व ट्यूबवेल पर ही आश्रित हैं। इसके अलावा सब्जी, बागवानी की भी सिचाई की जाती है। सीधे पानी बहाने से न सिर्फ जल की अत्यधिक मात्रा खपत होती है, बल्कि इधर-उधर पानी बहता भी है। इससे जल संकट बढ़ता जा रहा है। जनपद में सूक्ष्म सिचाई प्रणाली स्थापना अंतर्गत ड्रिप विधि से सिचाई के लिए 155 हेक्टेयर व स्प्रिंकलर अंतर्गत 684 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। लघु सीमांत कृषकों को 90 फीसद एवं अन्य कृषकों को 80 फीसद राज्यांश दिया जाना है। पंजीकरण के लिए आधार कार्ड, खतौनी की नकल, बैंक पासबुक, दो फोटो, मोबाइल नंबर लगाना जरूरी है।
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सूक्ष्म सिचाई प्रणाली से लाभ ::::
-खर-पतवार नियंत्रण में सहायक
-कम पानी में अधिक क्षेत्रफल में उत्पादन
-ऊबड़-खाबड़, संकरी, पथरीली जमीन में भी फसल उत्पादन
-70 फीसद पानी व उर्वरकों की होगी बचत
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किसान ऑनलाइन आवेदन कर किसी भी कार्य दिवस में हार्ड कापी कार्यालय में सारे दस्तावेज के साथ जमा कर सकते हैं। सारे आवेदन एकत्र करने के बाद पात्रों का चयन किया जाएगा और योजना से लाभान्वित किया जाएगा।
-बालकृष्ण वर्मा, जिला उद्यान अधिकारी।