आयुर्वेदिक औषधियों की मांग में 80 फीसद उछाल
आजमगढ़ कोरोना संक्रमण से बचने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए आयुर्वेदिक औषधियों की मांग
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : कोरोना संक्रमण से बचने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए आयुर्वेदिक औषधियों की मांग 80 फीसद बढ़ गई है। जबकि बढ़ती मांग को देखते हुए कतिपय थोक कारोबारियों ने भी रेट बढ़ा दिया है।
दीपचंद आयुर्वेदिक स्टोर के संचालक राधेश्याम गुप्ता ने बताया कि इस समय आयुष क्वाठ(काढ़ा) की भी मांग अधिक हो गई है। जबकि गिलोय की लकड़ी, गिलोय का रस, गिलोय का टेबलेट, च्यवनप्राश, आवंले का रस,आवंले का पाउडर, तुलसी का पाउडर, अश्वगंधा, ऐलोवेरा जूस और जोशादा (काढ़ा) की मांग अधिक हो गई है। तुलसी पत्ती के पाउडर की कमी रही है, जो अब उपलब्ध हो गई है। बताया कि अधिक मांग को देखते हुए थोक विक्रेताओं ने दाम बढ़ा दिए। 130 रुपये किलो की लकड़ी, 450 रुपये किलो और 60 रुपये प्रति डिब्बा का पाउउर पहले 60 रुपये, फिर 80 रुपये और अब 120 रुपये डिब्बा हो गया है।