बूढ़नपुर तहसील के 54 अधिवक्ताओं के खिलाफ मुकदमा
बूढ़नपुर तहसील में एसडीएम कक्ष में घुस में घुसकर मारपीट करने, जाति सूचक भाषा का प्रयोग करने व तोड़फोड़ करने के मामले में 54 अधिवक्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। एसडीएम की तहरीर पर कप्तानगंज थाना की पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : बूढ़नपुर तहसील में एसडीएम कक्ष में घुसकर मारपीट करने, जाति सूचक भाषा का प्रयोग व तोड़फोड़ करने के मामले में 54 अधिवक्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। एसडीएम की तहरीर पर कप्तानगंज थाना की पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
तहसील बूढ़नपुर परिसर में स्थित एसडीएम कार्यालय में 20 सितंबर की दोपहर को एसडीएम बूढ़नपुर इंद्रभान तिवारी से तहसीलबार के अधिवक्ताओं के बीच किसी बात को लेकर आपस में कहासुनी होने लगी थी। कहासुनी के दौरान अधिवक्ताओं व एसडीएम और तहसीलदार बूढ़नपुर अंबिका चौधरी से जमकर झड़प हुई। झड़प के बाद आक्रोशित अधिवक्ताओं ने कार्यालय में तोड़फोड़ की। इस संबंध में एसडीएम बूढ़नपुर ने तहसील के अधिवक्ता प्रवीण ¨सह, दिनेश ¨सह, विजय प्रताप ¨सह, अनिल मौर्य, के खिलाफ नामजद व 50 अन्य अज्ञात अधिवक्ताओं के खिलाफ कप्तानगंज थाना में मुकदमा दर्ज कराया। एसडीएम ने तहरीर में उल्लेख किया है कि आरोपित अधिवक्ता उनके कार्यालय कक्ष में आए और उनके साथ अभद्रता करते हुए सरकारी कार्य में बाधा डालने का कार्य किया। इसी के साथ ही तहसीलदार बूढ़नपुर को भी जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए कार्यालय के आलमारी व खिड़की का शीशा क्षतिग्रस्त कर दिया। कप्तानगंज थाने की पुलिस ने इस मामले में आरोपित अधिवक्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। इधर अधिवक्ताओं का आरोप है कि एसडीएम अपने कार्यालय में समय से नहीं बैठते हैं, जिससे मुकदमे की सुनवाई न होने से निस्तारण नहीं हो पा रहा है। इस बात की शिकायत करने के लिए जब वे एसडीएम के कक्ष में पहुंचे तो एसडीएम ने अपने कुर्सी का धौंस दिखाकर अधिवक्ताओं को अनाप शनाप कहते हुए उलझ गए। अधिवक्ताओं ने जब प्रतिरोध किया तो उन्होंने उन पर झूठा आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज करा दिया।