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'मां दुर्गा' की प्रतिमा स्थापना को सजने-संवरने लगे 1096 पंडाल

शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों की बाजारों में दुर्गा पूजा को लेकर पूजा समितियों की ओर से तैयारी शुरू करा दी गयी है। पंडालों को बाहर से आए कारिगर जहां भव्य रूप देने में जुटे हुए हैं वहीं मां दुर्गा की आकर्षण प्रतिमाओं को

By JagranEdited By: Published: Sat, 28 Sep 2019 12:09 AM (IST)Updated: Sat, 28 Sep 2019 06:23 AM (IST)
'मां दुर्गा' की प्रतिमा स्थापना को सजने-संवरने लगे 1096 पंडाल

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : पितृ विसर्जन के साथ ही शारदीय नवरात्र शुरू हो जाएगा। पर्व के रंग में बाजार सजने लगे हैं, वहीं नगर से लगायत ग्रामीण अंचल के 1096 पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापना की तैयारी भी शुरू हो गई है। कहीं बांस-बल्ली लगाए जा रहे हैं तो कहीं तेजी से मूर्ति को गढ़ने व संवारने के कार्य को मूर्तरूप देने में कारीगर जुटे हुए हैं। हर तरफ अब त्योहारी रंग दिखने लगा है। बाजार सजकर तैयार है, लेकिन खरीदारी का जोर एक दो दिन बाद ही जोर पकड़ने की उम्मीद जताई जा रही है। दो दिनों से लगातार हो रही रिमझिम बारिश पहले ही शरद के आगमन के अहसास कराने लगी है।

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दूसरी तरफ दुर्गा पूजा को लेकर पुलिस व प्रशासन भी सुरक्षा की तैयारी में जुट गया है। दुर्गा नवरात्र का पर्व 29 सितंबर रविवार से शुरू हो रहा है। आठ अक्टूबर मंगलवार को विजयदशमी होगी। दुर्गा पूजा व नवरात्र की सुरक्षा को लेकर प्रशासन व पुलिस महकमा अलर्ट है। पूजा पंडालों में दुर्गा प्रतिमाओं की स्थापना से लगायत संवेदनशील पूजा स्थलों पर पैनी नजर रखी जा रही है। जिले में 1096 स्थानों पर पूजा पंडालों में दुर्गा प्रतिमाएं स्थापित होंगी। जिले की संवेदनशीलता को देखते हुए स्थापित होने वाली दुर्गा प्रतिमाओं को तीन श्रेणी में बांटा गया है। जिनमें 234 दुर्गा पंडाल अति संवेदनशील, 238 संवेदनशील और 144 दुर्गा पंडालों को सामान्य श्रेणी में रखा गया हैं। इसी प्रकार से दुर्गा पूजा पर जिले में 293 स्थानों से जुलूस निकाले जाएंगे, जबकि 193 स्थानों पर रावण दहन के साथ ही दशहरे मेला का आयोजन होगा। इसके अलावा 157 स्थानों पर रामलीला और 44 स्थानों पर भरत मिलाप होगा। वहीं प्रशासन की ओर से इस वर्ष 94 स्थानों पर दुर्गा प्रतिमाएं विसर्जित कराने की व्यवस्था की जा रही है। वहीं जिले में 13 स्थानों पर प्रमुख दुर्गा मंदिर है, जहां पूरे नवरात्र भर मेला लगाता है और सुबह से लेकर रात तक लोग पूजन-अर्चन करते हैं। प्रशासन व पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक वर्तमान में विवाद की स्थिति शून्य है। शहर के बंग सोसाइटी की ओर से स्थापित की गयी दुर्गा प्रतिमा 8 अक्टूबर की रात को ही विसर्जित की जाएगी। थानों व कोतवाली पर शांति समिति की बैठकें की जा रही है। संवेदनशील स्थानों पर प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों की पैनी नजर रहेगी। इस बाबत प्रशासन व पुलिस के उच्चाधिकारियों संग बैठक कर रणनीति तैयार कर ली गई है। सभी एसडीएम और सीओ सर्किल को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा चुके हैं। पवई क्षेत्र में स्थापित होंगी सर्वाधिक 94 दुर्गा प्रतिमा

शहर कोतवाली क्षेत्र में 74, सिधारी क्षेत्र में 33, रानी की सराय क्षेत्र में 16, कंधरापुर क्षेत्र में 14, मुबारकपुर क्षेत्र में 43, जहानागंज क्षेत्र में 35, निजामाबाद क्षेत्र में 23, गंभीरपुर क्षेत्र में 48, देवगांव कोतवाली क्षेत्र में 54, मेहनाजपुर क्षेत्र में 29, बरदह क्षेत्र में 76, मेंहनगर क्षेत्र में 44, तरवां क्षेत्र में 42 स्थानों पर दुर्गा प्रतिमा स्थापित की जा रही है। इसी प्रकार से जीयनपुर क्षेत्र में 54, महराजगंज क्षेत्र में 42, बिलरियागंज क्षेत्र में 19, रौनापार क्षेत्र में 42, अतरौलिया क्षेत्र में 35, अहरौला क्षेत्र में 62, कप्तानगंज क्षेत्र में 31, तहबरपुर क्षेत्र में 17, फूलपुर क्षेत्र में 78, पवई क्षेत्र में 94, सरायमीर क्षेत्र में 46 व दीदारगंज थाना क्षेत्र में 45 स्थानों पर दुर्गा प्रतिमाएं स्थापित की जा रही हैं। सुरक्षा को मांगी गई अतिरिक्त फोर्स

एसपी प्रो. त्रिवेणी सिंह ने कहा कि दुर्गा पूजा एवं दशहरा पर्व की सुरक्षा को लेकर इस वर्ष बाहर से 50 उप निरीक्षक, 100 आरक्षी पुरुष व 443 महिला आरक्षी के साथ ही तीन कंपनी पीएसी व पैरा मिलिट्री फोर्स की मांग शासन स्तर से की गई है।


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