'फैजाबाद लोकसभा से अवधेश प्रसाद की जीत कर रही आनंदित', अयोध्या में भाजपा की हार पर महंत रामदास त्यागी की प्रतिक्रिया
Faizabad Lok Sabha Seat राम मंदिर और राम राज्य का समर्थन करने वाली भाजपा की पराजय से जहां अधिकांश संत मायूस हैं वहीं करतलिया भाजनाश्रम के महंत रामदास त्यागी गर्वित हैं। उन्हें अयोध्या से संपृक्त फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र से सपा प्रत्याशी अवधेश प्रसाद की जीत आनंदित कर रही है। उनकी मान्यता है कि वानर-भालुओं और वंचितों-शोषितों को गले लगाने वाले श्रीराम सच्चे समाजवादी थे और...
संवाद सूत्र, अयोध्या। राम मंदिर और राम राज्य का समर्थन करने वाली भाजपा की पराजय से जहां अधिकांश संत मायूस हैं, वहीं करतलिया भाजनाश्रम के महंत रामदास त्यागी गर्वित हैं। उन्हें अयोध्या से संपृक्त फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र से सपा प्रत्याशी अवधेश प्रसाद की जीत आनंदित कर रही है।
उनकी मान्यता है कि वानर-भालुओं और वंचितों-शोषितों को गले लगाने वाले श्रीराम सच्चे समाजवादी थे और वह इसी भावना के तहत समाजवादी पार्टी के पक्के समर्थक हैं। इसके लिए रामदास त्यागी को संत समाज में यदा-कदा विरोध का सामना करना पड़ता है, किंतु वह इसकी परवाह किए बिना समाजवादी पार्टी को आशीर्वाद देने में कभी हिचकते नहीं।
युवा रामदास त्यागी बाल्यावस्था में ही गृह त्याग कर गुरु की शरण में आ गए और सरयू के संत तुलसीदास घाट के तट पर स्थित करतलिया भजनाश्रम में रहते हुए उन्हें साधुता-साधना के संस्कार मिलने के साथ समाज और राजनीति को समझने का अवसर मिला।
रामदास त्यागी संत समाज में सपा की स्वीकार्यता के बने रहे प्रतिनिधि
इसी बीच वह जयशंकर पांडेय जैसे दिग्गज समाजवादी नेता के संपर्क में आए। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। यद्यपि वह सपा के अधिकृत पदाधिकारी अथवा कार्यकर्ता नहीं है, किंतु उनका आश्रम सपाइयों की आश्रयस्थली है। ऐसे दौर में जब राम का नाम लेकर भाजपा और उसके समर्थक सपा को अछूत करार देने में लगे रहे, तब भी रामदास त्यागी संत समाज में सपा की स्वीकार्यता के प्रतिनिधि बने रहे।
स्थानीय सपा नेताओं से लेकर प्रांतीय एवं राष्ट्रीय स्तर के भी सपा नेता रामदास से आशीर्वाद लेने प्राय: उनके आश्रम आते रहते हैं और वह भी विभिन्न अवसर पर संत समाज और रामनगरी के प्रतिनिधि के रूप में सपा को समर्थन देते रहते हैं। उनकी मुलायम सिंह यादव से लेकर शिवपाल यादव एवं सपा के वर्तमान अध्यक्ष अखिलेश यादव से व्यक्तिगत जान-पहचान है।
अखिलेश तो उन्हें बहुत आदर देते हैं और समय-समय पर उन्हें आमंत्रित भी करते रहते हैं। कई बार बिना आमंत्रण के भी वह अखिलेश के प्रति अपनत्व-आत्मीयता अर्पित करने प्रदेश की राजधानी जाते रहते हैं।
रामनामा व प्रसाद के साथ रामदास त्यागी, अखिलेश को दे चुके हैं बधाई
मौजूदा लोकसभा चुनाव में सपा को मिली अपार सफलता के भी बाद रामदास त्यागी रामलला का चित्र, प्रसाद और रामनामा के साथ लखनऊ जाकर अखिलेश को बधाई दे चुके हैं। अखिलेश ने पार्टी के नवनिर्वाचित सांसदों के साथ मंच पर सम्मानित करते हुए उनकी यह बधाई स्वीकार की।
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