जल संरक्षण की कवायद ताक पर, तालाब बद से बदतर
संवाद सूत्र सहार भूगर्भ जल का स्तर ऊंचा उठाने और वर्षा जल संचयन को लेकर भले ही तालाबों क
संवाद सूत्र, सहार: भूगर्भ जल का स्तर ऊंचा उठाने और वर्षा जल संचयन को लेकर भले ही तालाबों को बेहद उपयोगी बताया जाता है लेकिन धरातल पर हकीकत यह है कि तालाब उपेक्षा का शिकार हैं। इनके संरक्षण को लेकर किसी का ध्यान नहीं जाता है। खास बात तो यह है कि जिम्मेदार ही तालाबों को लेकर अपना मुंह फेर रहे हैं। हकीकत को देखने के लिए पुर्वा देवीदास चलते हैं जहां पर स्थित तालाब गंदगी से पटा हुआ है। जिसकी वजह से ग्रामीण परेशान हैं। अपनी समस्या भी लोग बता चुके हैं लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
अब से तीन दशक पहले तक तालाब ही ग्रामीणों की पानी की जरूरत को पूरा करते थे। तब शायद इस तरह पानी की किल्लत भी नहीं थी तालाब भी साफ सुथरे नजर आते थे। वहीं भागदौड़ में लोगों का ध्यान इन तालाबों की ओर से हटता गया। नतीजतन यह उपेक्षा का शिकार होते गए। अब इन तालाबों की तरफ कोई देखना तक नहीं चाहता है। ग्राम पुर्वा देवीदास में गांव का तालाब गंदगी से पटा हुआ है। गंदा पानी व कीचड़ भरा होने से भीषण दुर्गंध तालाब से आती है। जिसकी वजह से लोगों का बैठना तक मुश्किल हो जाता है। मच्छर अलग पनप रहे हैं। जबकि इस समय डेंगू व वायरल बुखार का प्रकोप भी चल रहा है। इसके बाद भी किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान से लेकर जिला प्रशासन के अधिकारियों तक समस्या के निस्तारण की गुहार लगाई लेकिन किसी ने भी तालाब को लेकर दिलचस्पी नहीं दिखाई। तालाबों की दुर्दशा न हो, इसके लिए जिलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने तहसील व ब्लाक अधिकारियों को सजग भी किया लेकिन आदेश व सारी कवायदें बेअसर।