विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले दो गिरफ्तार
जागरण संवाददाता औरैया विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले दो आरोपितों क
जागरण संवाददाता, औरैया : विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले दो आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से फर्जी दस्तावेज, एक कार व लैपटॉप बरामद किया है। आरोपित 2020 की शुरुआत में सिगापुर टूरिज्म वीजा पर घूमने गए थे। वीजा समाप्त होने के बाद वह भारत लौट आए और इसके बाद लोगों से धोखाधड़ी कर लगभग एक करोड़ रुपये अपने विभिन्न बैंकों के एकाउंट्स में जमा करा लिए।
सीओ सिटी सुरेंद्रनाथ ने बताया कि दो दिन पूर्व शहर निवासी पवन कुमार पुत्र मनोज कुमार खानपुर से सिगापुर में नौकरी दिलाने के नाम पर 15 लाख रुपये ठगे थे। जानकारी हुई तो उन्होंने इसकी रिपोर्ट कोतवाली में दर्ज कराई। इस पर सर्विलांस के जरिए आरोपितों के बारे में जानकारी की। बताया कि जांच के दौरान पता चला कि विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपयों की ठगी करने वाले बदमाशों का एक अंतरराज्यीय गिरोह औरैया में सक्रिय है। गुरुवार को सदर कोतवाल संजय पांडेय व आलोक दुबे ने ब्रह्मानगर मोहल्ले से अजीत पांडेय पुत्र संतोष कुमार पांडेय और कुमार अनिकेत पुत्र त्रिपुरारी सिंह निवासी ग्राम जमड़ी, थाना चेरकी, गया, बिहार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों ने बताया कि दिल्ली, भुवनेश्वर, चेन्नई के कॉलेजों से व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त की है। देश विदेश की तमाम व्यवस्थाओं के जानकार हैं। 2020 की शुरुआत में सिगापुर टूरिज्म वीजा पर घूमने गए थे, वहां एक माह तक रुके और विभिन्न कंपनियों व होटलों में एनआइआर, वहां के एजेंटों से बातचीत कर सिगापुर में नौकरी करने वाले भारतीयों के सैलरी पैकेज, काम के प्रकार व नौकरी मिलने के माध्यमों के बारे में जानकारी हासिल की और वीजा समाप्त होने पर भारत वापस आए।
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पहचान वाले लोगों को बनाया टारगेट
सीओ सुरेंद्रनाथ ने बताया कि इंटरनेट मीडिया के फ्रेंड सर्किल में पढ़े लिखे युवाओं को सिगापुर व अन्य देशों में उनकी क्षमता के अनुरूप लाखों रुपये प्रति माह सैलरी की नौकरी दिलाने का झांसा देते थे। फर्जी वेबसाइट्स, ईमेल आइडी, कंपनियों के फर्जी दस्तावेज, सैलरी स्लिप, इन्वाइस, नियुक्ति पत्र आदि तैयार कर लोगों को झांसा देकर रुपये ऐंठते थे।