मौसमी बुखार का लगातार बढ़ रहा प्रभाव,अफसर उदासीन
जागरण टीम औरैया मौसम में परिवर्तन के साथ ही जनपद में डेंगू व वायरल बुखार ने पांव पसार लि
जागरण टीम, औरैया: मौसम में परिवर्तन के साथ ही जनपद में डेंगू व वायरल बुखार ने पांव पसार लिए हैं। जिले में डेंगू के केस भी सामने आए है। इसके अलावा हर दिन वायरल बुखार, सर्दी-जुकाम से लड़ रहे मरीजों की संख्या बढ़ रही है। 50 शैया जिला अस्पताल से लेकर सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा प्राइवेट अस्पतालों में मरीज पहुंच रहे हैं। बावजूद इस खतरे से निपटने के लिए जो तैयारी होने चाहिए, वह नहीं है। इसकी बानगी बीते सप्ताह जिले में हुई बारिश के बाद जगह-जगह भरा पानी है। नाली व नालों की साफ सफाई न होने से जल निकासी नहीं हो पा रही है।
बिधूना, फफूंद, एरवाकटरा, दिबियापुर, कंचौसी सहित अन्य ब्लाकों के कस्बों व संपर्क मार्ग पर यह तस्वीर देखने को मिल रही है। बारिश का टिका पानी खतरनाक साबित हो सकता है। बारिश से जिले में कई जगह जलभराव की स्थिति बनी है। हालांकि तीन दिन से आसमान साफ होने के साथ धूप निकल रही है। इससे तापमान पर भी असर है। ऐसे में वायरल बुखार का खतरा पहले से ज्यादा बढ़ गया है। कई स्थानों पर बीते दिनों हुई बारिश का पानी भरा हुआ है। पानी के निकास की व्यवस्था के दावे सिर्फ कागजों पर है। जबकि जिलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने पूर्व में ही नगर पालिका व सभी निकायों को सजग किया था। बावजूद लापरवाह रवैया देखने को मिल रहा है। सरकारी स्कूलों के परिसर पानी भरा है। ऐसे में नौनिहालों के साथ शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मियों में संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा है। यही हाल स्वास्थ्य केंद्रों का है।
केस-1
फफूंद कस्बा के पास स्थित गांव सराय बिहारीदास व फक्कड़पुर में गांव की गलियों में पानी भरा हुआ है। इससे ग्रामीणों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। आवागमन में दिक्कत होती है। स्कूल जाने वाले नौनिहाल व आम राहगीर गंदे पानी से होकर निकलने के लिए मजबूर हैं। सबसे अधिक परेशानी मच्छरों के बढ़ रहे प्रकोप की वजह से है। यह तस्वीर तो गांवों की है। कस्बे में मोहल्ला लोधियान, मदरसा रोड, महावीर नगर, पाता रोड, चमनगंज नई बस्ती, दिबियापुर रोड पर जलभराव है।
केस-2
एरवाकटरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व कन्या प्राथमिक विद्यालय परिसर में जलभराव है। जल निकासी के रास्ते बंद होने से दिक्कत बनी हुई है। इस समस्या का निस्तारण नहीं किया जा रहा है। जबकि, बारिश के भरे पानी में डेंगू का लार्वा पनप सकता है। इसके बाद भी स्वास्थ्य महकमा से लेकर विभागीय अफसर, निकायों द्वारा कोई कार्य नहीं किया जा रहा है। बेला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में भी यह समस्या दुश्वारियों को बढ़ा रही है।