आपूर्ति विभाग ने निरस्त किए 650 राशनकार्ड
- 781 कार्डधारकों ने क्रय केंद्रों में बेचा था राशन - पात्र गृहस्थी के राशन कार्डों का हो
- 781 कार्डधारकों ने क्रय केंद्रों में बेचा था राशन
- पात्र गृहस्थी के राशन कार्डों का हो रहा सत्यापन
जागरण संवाददाता, औरैया: अपात्रों द्वारा कोटे से राशन लेकर उसे क्रय केंद्रों में बेचे जाने का मामला उजागर होने के बाद पूर्ति विभाग सख्त हो गया है। अब पात्र गृहस्थी के राशन कार्डों का सत्यापन कराया जा रहा है। जिन 781 लोगों ने गलत तरीके से राशन लेकर उसे बेचा है उनमें से लगभग 650 के राशनकार्ड विभाग ने निरस्त कर दिए हैं।
दो तीन दिन पहले यह बात सामने आई थी कि तमाम लोग ऐसे हैं जिन्होंने अपात्र होने के बाद भी तथ्य छिपाकर राशनकार्ड बनवा लिए। कोटे से खाद्यान्न लेकर उसे विभिन्न क्रय केंद्रों में बेच दिया था। पूर्ति विभाग को जानकारी मिली कि 781 लोगों ने तीन लाख रुपये से अधिक का गेहूं चावल बेचा गया है। इसके बाद खलबली मच गई और इसकी जांच शुरू कर दी गई। विभाग ने आनन-फानन में जांच शुरू करवाई। साथ ही तय किया कि सभी अपात्रों को चिह्नित कर उनके राशन कार्डों को निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी। विभाग ने जिले भर में अब तक 650 राशन कार्ड निरस्त किए हैं। जिला पूर्ति अधिकारी देवमणि मिश्रा ने बताया कि शहरी क्षेत्र में जिन लोगों की आमदनी तीन लाख रुपये व ग्रामीण क्षेत्र में दो लाख रुपये सालाना है वही पात्र गृहस्थी राशनकार्ड बनवाने के पात्र हैं। गलत राशनकार्ड निरस्त किए जा रहे हैं।
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वैधानिक कार्रवाई की चेतावनी:
देवमणि मिश्रा ने कहा कि जो अपात्र हैं और उनके राशनकार्ड बने हुए हैं वे अपना राशनकार्ड तुरंत सरेंडर कर दें। यदि किसी भी माध्यम से जानकारी मिली तो राशन कार्ड निरस्त कर वैधानिक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।