चुनाव चिन्ह आवंटन के बाद बढ़ी सरगर्मी, प्रशासन भी सख्त
जागरण संवाददाता औरैया आगामी 26 अप्रैल को मतदान होने हैं। नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के
जागरण संवाददाता, औरैया: आगामी 26 अप्रैल को मतदान होने हैं। नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद चुनाव चिन्हों का भी आवंटन कर दिया गया है। चुनाव चिन्ह आवंटन होने के बाद दावेदार सक्रिय हो गए हैं और सियासी गलियारों में सरगर्मी भी बढ़ गई है। आचार संहिता का उल्लंघन न हो और कोविड नियमों का भी पालन किया जाए, इसके लिए प्रशासन के साथ पुलिस अलर्ट मोड पर है। प्रशासनिक और पुलिस की टीमें भ्रमण कर रही हैं। गांवों में सख्त पहरा है।
खासतौर पर कोरोना संक्रमित मिले दावेदारों को नजर रखी जा रही है। वह अगर प्रचार करते हैं तो उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। इसका चिन्हांकन का काम भी शुरू कर दिया गया है। 26 अप्रैल को होने वाले मतदान को लेकर प्रशासन ने तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ी है। 18 अप्रैल को चुनाव चिन्ह का आवंटन कर दिया गया है। इस लिहाज से देखा जाए तो प्रत्याशियों को चुनाव चिह्न आवंटन के बाद सात दिन का मौका प्रचार प्रसार के लिए मिल रहा है। ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत व ग्राम पंचायत सदस्य दावेदारों के लिए सात दिन का समय कम नहीं होगा। लेकिन जिला पंचायत सदस्य पद प्रत्याशी के लिए जरूर यह समय कम लग रहा है। कारण भी साफ है कि ग्राम प्रधान, बीडीसी व ग्राम पंचायत सदस्य प्रत्याशी को चुनाव चिह्न का प्रचार-प्रसार अपने सीमित गांव के अंदर करना है। जबकि जिला पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशियों का कार्यक्षेत्र अधिक होने के कारण उन्हें चुनाव चिन्ह आवंटन के बाद हर घर तक पहुंच कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं होगा। वर्तमान समय में यह चुनौती इसलिए अधिक हो गई है कि कोरोना के कारण हर कोई किसी से मिलना नहीं चाहता और न ही बात करना खासकर उससे जो गांव या मोहल्ले का न हो। जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी को कई गांवों में जाना होता है, इसलिए उन्हें इस तरह की समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है। उधर कोरोना संक्रमित निकले दावेदारों के लिए मुश्किलें हैं। वह घर बैठे ही मतदाताओं से संपर्क करेंगे। जिला निर्वाचन अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि पंचायत चुनाव को लेकर तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। कोरोना गाइडलाइन के तहत ही दावेदार अपना प्रचार-प्रचार कर सकेंगे। उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।