रेलवे को लाखों का नुकसान, यात्री परेशान
जागरण संवाददाता, औरैया: जिले में स्थित रेलवे स्टेशनों की करीब एक दर्जन से अधिक ट्रेनें 25 ि
जागरण संवाददाता, औरैया: जिले में स्थित रेलवे स्टेशनों की करीब एक दर्जन से अधिक ट्रेनें 25 सितंबर तक के लिए बंद होने से जहां रेलवे का राजस्व लाखों रुपये घटकर आधा हो गया है। वहीं यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एक अनुमान के मुताबिक 13 दिन में रेलवे को करीब 10 लाख के ऊपर का नुकसान हो सकता है।
जिले में कंचौसी, फफूंद, अछल्दा जैसे प्रमुख रेलवे स्टेशन आते हैं। इन दिनों उक्त स्टेशनों पर 13 दिन के लिए एक दर्जन से अधिक ट्रेनों का आवागमन इंटरलॉ¨कग काम के चलते बंद है। इन 13 दिनों में स्टेशनों पर आने वाला राजस्व आधा हो गया है जिससे रेलवे के राजस्व में खासा नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। इसके अलावा ट्रेनों के बंद होने से यात्रियों को दूसरा विकल्प ढूंढना पड़ रहा है। यात्री ट्रेन बंद होने के चलते बस के अलावा अन्य वाहनों का प्रयोग कर रहे हैं। वहीं यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए स्टेशन पर घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। जान जोखिम में डाल यात्रा करने को मजबूर
ट्रेनों के बंद होने के बाद यात्री इस समय यात्रा करते समय खासा परेशान हो रहे हैं। दरअसल कुछ पैसेंजर ट्रेनें चल रही हैं जिसमें इन दिनों भीड़ देखने को मिल रही है। भीड़ का आलम यह है कि ट्रेन के अंदर पैर रखने तक की जगह नहीं मिल रही है। लोग गेट पर लटक कर यात्रा करने को मजबूर हैं। एमएसटी वालों को हो रही भारी दिक्कत
ट्रेनों में रोजाना सफर करने वाले यात्रियों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। रोजाना चलने वाले करीब पांच सैकड़ा एमएसटी होल्डर यात्रियों को मुसीबत इस बात की है कि उन्होंने एमएसटी पूरे महीने की बनवा ली है,लेकिन ट्रेनों के बंद होने से उन्हें अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए अन्य वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है। जिसके चलते उनमें रोष व्याप्त है। रिजर्वेशन पर नहीं पड़ा प्रभाव
जिले में एक मात्र ऐसा रेलवे स्टेशन है, जहां ट्रेन में लंबा सफर करने के लिए रिजर्वेशन किया जाता है। फफूंद रेलवे स्टेशन अधिकारियों की मानें तो आम दिनों में एक दिन में करीब 150 रिजर्वेशन हुआ करते थे जिसमें मामूली सा फर्क देखने को मिला है। स्टेशन पूर्व में यात्री आय(रु0) वर्तमान में यात्री आय(रु0)
कंचौसी 600 12,000 300 5000
फफूंद 3300 2 लाख 1500 डेढ़ लाख
अछल्दा 1000 50,000 400 20,000
(यह आंकड़े एक दिन के हैं, सारिणी में आंकड़े औसत के अनुसार हैं। यह किसी भी दिन घट-बढ़ सकते हैं )