पक्के मकान, ट्रैक्टर व बोलेरो वालों को दे दिए आवास!
संवाद सूत्र, बेला (औरैया) : सरकारी योजनाओं को पात्र गरीबों तक पहुंचाने में अधिकारी बड़ा ख
संवाद सूत्र, बेला (औरैया) : सरकारी योजनाओं को पात्र गरीबों तक पहुंचाने में अधिकारी बड़ा खेल कर रहे हैं। अधिकारियों की जेब गर्म किये बिना योजनाओं का लाभ ले पाना टेढ़ी खीर बनता जा रहा है। बिधूना विकास खंड के गांव झबरा निवासी एक महिला ने रुपये न देने पर आवासीय योजना का लाभ न मिलने का आरोप लगाते हुए शिकायत जनसुनवाई पोर्टल पर की है। वहीं गांव मे अपात्रों को आवास देने का आरोप लगाया है।
विकास खंड बिधूना क्षेत्र की ग्राम पंचायत भदौरा के मजरा झबरा निवासी राजेश्वरी देवी पत्नी वासुदेव ने जिलाधिकारी समेत मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि वह गरीब है। कच्चे मकान में रहकर जीवनयापन करती है। उसने आवास योजना के तहत एक आवेदन खंड विकास अधिकारी बिधूना को दिया था। सहायक विकास अधिकारी आशाराम ने जांच कर पात्र व्यक्ति का नाम प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची में बढ़ाने के लिए पंचायत सचिव को आदेशित किया। पीड़िता राजेश्वरी ने आरोप लगाते हुए कहा कि पंचायत सचिव ने आवास दिलाए जाने के लिए तीस हजार रुपये की मांग की। रुपये न दे पाने से उसे अभी तक आवास नहीं मिल सका है। जबकि गांव में जिन लोगों के पास पक्के मकान, ट्रैक्टर व बोलेरो तक है उन अपात्रों को आवास दिया गया है। पीड़ित परिवार ने जिलाधिकारी से रुपये मांगने वाले पंचायत सचिव के खिलाफ जांचकर कार्रवाई किए जाने तथा पात्रता के आधार पर एक आवास दिलवाए जाने की मांग की है। ग्राम प्रधान रामविलास शाक्य ने बताया कि गांव की कुल आबादी 3000 है। जबकि कागजों में दर्ज 1450 है। इस आधार पर कुल 29 आवास मिले हैं। अब दूसरी सूची बनने पर नाम जोड़ा जाएगा। ग्राम पंचायत सचिव अर¨वद कुमार दोहरे ने बताया कि उनके ऊपर लगाए गए आरोप निराधार हैं। जो महिला अपने को पात्र बता रही है, उसके बेटों के पास पक्का मकान है।