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Auraiya: ATM से छेड़छाड़ कर चपत लगाने वाले गिरोह के 3 सदस्य गिरफ्तार, आरोपितों के पास से 109 डेबिट कार्ड बरामद

औरैया में पुलिस ने एक गिरोह की भनक लगने पर सर्विलांस टीम स्पेशल आपरेशन ग्रुप (एसओजी) व सदर कोतवाली पुलिस ने फफूंद रोड पर घेरेबंदी करते हुए अंतर्राज्यीय गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनका गिरोह एटीएम से छेड़छाड़ कर लाखों की चपत लगाता है।

By Jagran NewsEdited By: Ekantar GuptaPublished: Wed, 30 Nov 2022 06:37 PM (IST)Updated: Wed, 30 Nov 2022 06:37 PM (IST)
Auraiya: ATM से छेड़छाड़ कर चपत लगाने वाले गिरोह के 3 सदस्य गिरफ्तार, आरोपितों के पास से 109 डेबिट कार्ड बरामद
औरैया में एटीएम से छेड़छाड़ कर लाखों की चपल लगाने वाले गिरोह के तीन सदस्य गिरफ्तार।

औरैया, जागरण संवाददाता। डेबिट कार्ड का प्रयोग करते समय रुपये निकासी इसके बाद तकनीकि खामी का हवाला देकर रुपये न निकलने की शिकायत। इस खेल में रुपये दो गुना हो जाते। यहां बस तकनीकि को चुनौती देना होता है। सीसी कैमरों से बचना होता है। ऐसा करने वाले एक गिरोह की भनक लगने पर मंगलवार की शाम सर्विलांस टीम, स्पेशल आपरेशन ग्रुप (एसओजी) व सदर कोतवाली पुलिस ने फफूंद रोड पर घेरेबंदी की। अंतर्राज्यीय गिरोह के तीन सदस्य हाथ लगे जो अलग-अलग बाइकों पर सवार थे। इस कवायद में मास्टरमाइंड भी पकड़ लिया गया। जमातलाशी में 109 डेबिट कार्ड बरामद होने पर पुलिस के होश उड़ गए।

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पुलिस अधीक्षक चारू निगम के नेतृत्व में बुधवार की दोपहर अंतर्राज्यीय गिरोह का राजफाश किया गया। गिरफ्तार किए गए तीन आरोपितों में मास्टमाइंड जालौन जनपद के थाना कालपी गांव हीरापुर निवासी मनमोहन सिंह निषाद, औरैया सदर कोतवाली के गांव बसंतपुर निवासी दिनेश निषाद व अयाना थाना क्षेत्र के गांव राजपुर निवासी रोहित कुमार निषाद के रूप में पहचान की गई। जिनके पास से 109 डेबिट कार्ड व 70 हजार रुपये की नकदी भी बरामद की गई।

पकड़े गए मास्टरमाइंड मनमोहन ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि वह अपने दोनों साथियों के साथ मिलकर लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का झांसा देकर बैंक में खाता व डेबिट कार्ड बनवाते थे। इसके बाद उन खातों में रुपये भी डलवाते थे। डेबिट कार्ड से रुपये निकालने से वह उत्तर प्रदेश समेत अन्य प्रांतों में जाते। सुनसान जगह वाले एटीएम बूथों पर वह निकासी करते। रुपये निकालने के बाद तकनीकि खामी बताकर रुपये न निकलने की शिकायत बैंक में करते। यहां बड़ी सफाई से वह बैंकीय व्यवस्था धाता बधाकर लाखों रुपये की चपत लगा चुके है। दो वर्ष से वह लगातार यह कार्य कर रहे है।

पुलिस अधीक्षक चारू निगम ने बताया कि गिरफ्तारी करने वाली टीम को 25 हजार रुपये के नगद पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। गैर प्रांतों में आरोपितों की ओर वारदात को अंजाम दिया जाता था। संबंधित थाना व कोतवाली समेत बैंकों को इस संबंध में पत्राचार किया गया है। आरोपितों को न्यायालय में पेश करते हुए जेल भेजा गया है।

गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम

प्रथम टीम- स्पेशल आपरेशन ग्रुप (एसओजी) प्रभारी प्रवीन कुमार, कांस्टेबल गोविंद सिंह, कांस्टेबल दीपक कुमार, धर्मेंद्र कुमार, मनीष कुमार, विजय कुमार (साइबर सेल), अनुराग मिश्र, सिद्धार्थ शुक्ला, सुबोध कुमार, दुष्यंत कुमार, नवीन कुमार, आकाश कुमार, सुभाष।

द्वितीय टीम- सदर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रवि श्रीवास्तव, उप निरीक्षक तन्मय चौधरी, उप निरीक्षक बृजेश भार्गव, कांस्टेबल सूर्यकांत, जितेंद्र सिरोही।


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