मौसमी बीमारियों की चपेट में लोग,अस्पतालों में दवाओं का टोटा
जागरण संवाददाता औरैया मौसमी बिमारियों ने जिले में पांव फैला दिए हैं। तेज बुखारजुकाम औ
जागरण संवाददाता, औरैया: मौसमी बिमारियों ने जिले में पांव फैला दिए हैं। तेज बुखार,जुकाम और दस्त की वजह से अधिकतर लोग अपने को कमजोर महसूस कर रहे हैं। 50 व सौ शैय्या जिला संयुक्त चिकित्सालय सहित स्वास्थ्य केंद्रों पर हर दिन सैकड़ों मरीज उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। दवाओं का टोटा होने से मरीजों को चिकित्सक बाहर से दवा लेने की सलाह दे रहे हैं। जबकि, एक सप्ताह पूर्व दवाओं की कमी का जिक्र करते हुए मांग भेजी गई थी। जन औषधि केंद्रों पर भी दवाओं का यही हाल है। ऐसे में मरीजों की तकलीफ और बढ़ रही है।
50 शैय्या जिला संयुक्त चिकित्सालय में ओपीडी में मरीजों की कतारें लगी रहती हैं। चिकित्सकीय सलाह देकर दवाएं भी पर्चे पर लिखी जाती हैं। लेकिन उनमें से कई दवाएं न तो दवा काउंटर पर उपलब्ध हैं और न ही प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र पर मिलती हैं। जन औषधि केंद्रों पर दवाएं निजी मेडिकल स्टोर की अपेक्षा आधे कीमत पर मिलने की सुविधा सरकार की ओर से प्रदान की गई है। लेकिन यहां पर कोरोना काल के बाद शुरू हुई ओपीडी के समय से ही दवाओं का टोटा है। इस बाबत फार्मासिस्ट जसवेंद्र सिंह का कहना है कि दस्त के लिए मैट्रोजिल और रक्तचाप की एम्लोडिपिन एटनोनोल, कैल्सियम की गोली, मल्टी विटामिन, आंख के लिए ड्राप आदि आधा सैकड़ा से अधिक दवाएं उपलब्ध नहीं हैं। इनकी मांग पिछले माह भेजी गई, लेकिन अभी तक नहीं पहुंची हैं। पिछले चार माह से दवाओं की कमी है। मजबूरी में मरीजों को मना करना पड़ रहा है। मरीजों में दुर्गेश, अनुराधा, रमेश और राम लाल का कहना है कि पर्चे पर लिखी दवा अस्पताल के काउंटर पर भी नहीं है और न ही जन औषधि केंद्र पर मिल रही है। मजबूरी में मनमानी कीमत पर निजी स्टोर से खरीदना पड़ रहा है।