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नियमित बिलिग न होने से बढ़ रही बकाएदारों की संख्या

जागरण संवाददाता औरैया विद्युत निगम के अधिकारी अक्सर उपभोक्ताओं पर समय से बिल जमा न करने

By JagranEdited By: Published: Tue, 10 Sep 2019 11:08 PM (IST)Updated: Wed, 11 Sep 2019 06:25 AM (IST)
नियमित बिलिग न होने से बढ़ रही बकाएदारों की संख्या
नियमित बिलिग न होने से बढ़ रही बकाएदारों की संख्या

जागरण संवाददाता, औरैया : विद्युत निगम के अधिकारी अक्सर उपभोक्ताओं पर समय से बिल जमा न करने का आरोप लगाते हैं। लेकिन इस समस्या के लिए काफी हद तक वह स्वयं जिम्मेदार हैं। सभी उपभोक्ताओं के घर हर माह विद्युत बिल न पहुंचने से बकाएदारों की संख्या बढ़ रही है। एक साथ कई महीने का बकाया जमा करने की स्थिति में ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के गरीब व मध्यम वर्गीय उपभोक्ताओं के सामने समस्या उत्पन्न हो जाती है।

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जिले में बिलिग का काम पेस कंप्यूटर कंपनी को सौंपा गया है। हर माह की पांच से 25 तारीख तक बिलिग का कार्य चलता है। इस काम में 111 कर्मचारी जुटे रहते हैं। इसके बावजूद प्रतिमाह सभी उपभोक्ताओं के यहां बिल नहीं भेजा जाता है। शासनादेश के मुताबिक कंपनी को सौ फीसद बिलिग करने का लक्ष्य दिया गया है। एक मीटर रीडर एक दिन में करीब 70 से 90 घरों के बिल निकाल पाता है। औरैया व दिबियापुर डिवीजन के शहरी व ग्रामीण करीब 1,83,000 उपभोक्ताओं के घरों के बिलों को निकालने का कार्य इसी अवधि में पूरा करना होता है। अधिशासी अभियंता औरैया का कहना है कि प्रतिमाह 70-75 फीसद के बीच बिलिग का कार्य हो रहा है। इसी तरह दिबियापुर में 80 फीसद घरों में बिल पहुंच रहे हैं। उनके कथन के अनुसार जिले में प्रतिमाह 20 से 30 फीसद तक उपभोक्ता विद्युत बिलों से वंचित रह जाते हैं। यही संख्या बढ़कर बड़े बकाएदारों का रूप ले लेती है। मेहनत मजदूरी करने वाला व्यक्ति प्रतिमाह बमुश्किल बिल जमा कर पाता है। यदि उसको तीन-चार माह बाद इकट्ठा बकाया भुगतान करने के लिए कहा जाए तो उसके सामने समस्या खड़ी हो जाती है। क्या कहते हैं उपभोक्ता

नूर आलम का कहना है कि पिछले आठ माह से बिल नहीं दिया गया। इस माह 12000 रुपये का बिल थमा दिया गया। मेहनत मजदूरी कर परिवार की गुजर बसर कर रहे हैं। एक साथ इसे कैसे जमा कर पाएंगे। बिल जमा न करने पर अधिकारी कनेक्शन काटने की धमकी दे रहे हैं।

सोनू का कहना है कि छह माह पहले लगाया गया मीटर अभी तक चढ़ाया नहीं गया है। दो माह से वह विभाग के चक्कर काट रहा है। उसे 10 हजार बकाया बताया जा रहा है। मजदूरी का क्या भरोसा, मिल जाए या फिर दो दिन तक भटकना पड़े। यह धनराशि उन्हें बहुत बड़ी दिखाई पड़ रही है। इसी तरह सरफराज व असलम का नियमित बिल न निकलने से वह परेशान हैं। क्या कहते हैं जिम्मेदार

पेस कंप्यूटर कंपनी को सौ फीसद बिलिग करने के निर्देश दिए गए हैं। कंपनी के प्रबंधक को कर्मचारी बढ़ाने के लिए कहा गया है। 100 फीसद बिलिग न होने पर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जाएगा। पिछले माह से इसमें सुधार हुआ है।

अनूप चंद्रा, अधीक्षण अभियंता


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