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पुस्तकालय को एनसीईआरटी ने भेजी तीन लाख पुस्तकें

जागरण संवाददाता औरैया राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने परि

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Apr 2021 11:37 PM (IST)Updated: Mon, 19 Apr 2021 11:37 PM (IST)
पुस्तकालय को एनसीईआरटी ने भेजी तीन लाख पुस्तकें
पुस्तकालय को एनसीईआरटी ने भेजी तीन लाख पुस्तकें

जागरण संवाददाता, औरैया: राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने परिषदीय स्कूलों के नौनिहालों को लेकर पुस्तकालय से जुड़ी तीन लाख पुस्तक जिला बेसिक शिक्षा मुख्यालय को मुहैया कराई है। सोमवार को पुस्तकों की उपलब्धता के बाबत बीएसए ने समस्त खंड शिक्षाधिकारी को निर्देश दिए हैं कि समय रहते पुस्तकें स्कूलों में भेजने शुरू करा दी जाए। कोविड प्रोटोकॉल के तहत सारी कवायद करने की बात बीएसए ने कही।

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बीएसए चंदना राम इकबाल यादव ने कहा कि एनसीईआरटी से प्राप्त पुस्तकालय की पुस्तकें अलग-अलग विषयों पर आधारित है। इन पुस्तकों को प्राइमरी व जूनियर कक्षाओं के बच्चों को पढ़ाई जानी है। कोविड के चलते स्कूल बंद हैं। लेकिन, नए शैक्षिक सत्र को लेकर शासन स्तर से पुस्तकों की उपलब्धता शुरू करा दी गई है। करीब छह टन पुस्तकों को ब्लाक संसाधन केंद्रों पर पहुंचाते हुए स्कूलों की पुस्तकालयों में इन्हें सुनिश्चित कराया जाना है। वहीं दूसरी ओर नए शैक्षिक सत्र को बच्चों की यूनिफॉर्म, जूता-मोजा, पाठ्य-पुस्तक को लेकर भी जल्द ब्लाक स्तर पर होमवर्क शुरू कराया जाएगा। चुनाव होने के बाद इस दिशा में तेजी आएगी। जिले में 1901 परिषदीय स्कूल हैं।

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डीजी के पत्र से बेसिक शिक्षा महकमें में खलबली

जागरण संवाददाता, औरैया: बेसिक शिक्षा विभाग में सुदूर क्षेत्रों के परिषदीय विद्यालयों को कितनी प्राथमिकता दी जाती है। जिले में इसकी बानगी देखने को मिली। सितंबर 2020 से मार्च 2021तक खंड शिक्षाधिकारियों की ओर से महज कुछ फीसद स्कूलों का ही निरीक्षण किया। इस रिपोर्ट पर महानिदेशक(डीजी) स्कूल शिक्षा ने डीएम को पत्र लिखते हुए लापरवाह शिक्षाधिकारी से जवाब तलब करने को कहा है।

महानिदेशक स्कूल शिक्षा वीके आनंद ने 18 अप्रैल को डीएम को पत्र जारी करते हुए कहा कि विकासखंड से जुड़े दूर गांवों में स्थित प्राइमरी व जूनियर स्कूलों के निरीक्षण कम किया गया है।

यहां पर खंड शिक्षाधिकारियों की उदासीनता है। वीके आनंद द्वारा जारी पत्र में निरीक्षण से हर गए स्कूलों की संख्या का जिक्र किया गया है। जिले में 1901 विद्यालयों में 591 विद्यालय का दौरा खंड शिक्षाधिकारियों ने नहीं किया। दूर गांवों में स्थित इन विद्यालयों का निरीक्षण करने से वह बचते रहे। महानिदेशक की ओर से जारी पत्र के आधार पर डीएम सुनील कुमार वर्मा ने बीएसए चंदना राम इकबाल यादव को अवगत कराया है। खंड शिक्षाधिकारियों से एक सप्ताह में जवाब मांगा गया है।


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