लाखों के संसाधन कबाड़, करोड़ों की खरीद शुरू
संवाद सहयोगी, अजीतमल: नगर पंचायत में नगर की जनता की सुविधाओं के लिये संसाधन जुटाने के नाम प
संवाद सहयोगी, अजीतमल: नगर पंचायत में नगर की जनता की सुविधाओं के लिये संसाधन जुटाने के नाम पर लाखों रुपये कीमत की मशीनरी खरीद ली गई। महज दो-चार काम करने के बाद मशीनें कबाड़ में खड़ी कर दी गईं। कबाड़ हो रही मशीनरी की रिपेय¨रग न करवाकर जनता की सुविधाओं के लिये आने वाले पैसे से करोड़ों रुपये की मशीनरी फिर से खरीदनी शुरू कर दी गईं हैं। नगर पंचायत के जिम्मेदारों द्वारा, संसाधन जुटाने के नाम पर बहाये जा रहे करोड़ों रुपये के प्रति सभासदों व जनता में दबी जुबान से आक्रोशित पनपना शुरू हो गया है। वहीं जैम पोर्टल के माध्यम से संसाधनों की खरीद न करने से कमीशनखोरी की भी प्रतीत हो रही है।
नगर पंचायत क्षेत्र में साफ, सफाई, पेयजल आपूर्ति आदि के लिये टैंकर, जेसीबी, थ्री व्हीलर ऑटो, ट्रैक्टर, कूड़ा गाड़ियां, फा¨गग मशीन, टैंक साफ करने वाली मशीन आदि की खरीद पर बीते चेयरमैन के कार्यकालों में लाखों रुपये खर्च किये गये थे। ये संसाधन लोगों को सुविधायें देने के साथ साथ नगर पंचायत में आय का स्त्रोत भी थे। चन्द दिनों तक मशीनरी की चमक धमक दिखाई दी। किन्तु कुछ ही दिन काम करने के बाद ये मशीनरी नगर पंचायत के वार्ड फिरोज नगर स्थित ट्यूबवेल परिसर में खड़ी कर दी गईं। जो अब कबाड़ में तब्दील हो रही हैं।
नगर पंचायत प्रशासन ने कबाड़ हो रहे संसाधनों को ठीक कराने की जहमत नहीं उठाई। अपितु नये संसाधनों को खरीदने की कवायद शुरू कर दी। 10 सीटर मोबाइल शौचालय, जेसीबी, ट्रैक्टर, दो टैंकर, सीवर साफ करने वाला टैंकर, दो टाटा मैजिक लोडर, एक टाटा मैजिक आदि मशीनरी की खरीद पर करीब एक करोड़ पैंतीस लाख रुपये बहा दिये गये। लेकिन पुराने संसाधनों पर कुछ हजार रुपये खर्च कर सही नहीं कराया गया। नहीं कराया रजिस्ट्रेशन
नगर पंचायत स्वच्छता सर्वेक्षण में तो फिसड्डी रहा ही है शासन द्वारा जैम पोर्टल के माध्यम से खरीद करने में भी फिसड्डी साबित हुआ है। या यह भी कहा जा सकता है कि कमीशनखोरी के चलते जैम पोर्टल के माध्यम से खरीद करने के लिये अभी तक रजिस्ट्रेशन कराना उचित नहीं समझा। क्या है जैम पोर्टल
ज्ञात हो शासन द्वारा स्वायत्त संस्थाओं से लेकर विशेष तौर पर नगर निकायों, नगर पंचायतों आदि में संसाधनों की खरीदारी को जैम पोर्टल (गवर्नमेंट ई मार्केट पैलेस) के माध्यम से खरीददारी किये जाने के आदेश हैं। ताकि कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार पर लगाम कसी जा सके और पारदर्शिता बनी रहे। साथ ही अन्य माध्यमों से खरीद की अपेक्षा जैम पोर्टल से कीमतों में छूट भी मिलती है। इसके लिये नगर एनआईसी पर रजिस्ट्रेशन कराना होता है। नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी विजय प्रताप ¨सह ने बताया कि उनके कार्यकाल का कुछ नहीं है। देखते हैं, अभी काफी काम है। एक सप्ताह बाद ही बता पाऊंगा।