कुपोषित बच्चों को नहीं मिल रहा उपचार
जागरण संवाददाता औरैया कुपोषित बच्चों का स्वास्थ्य बेहतर बनाने के उद्देश्य से सौ शैय्या अस्पताल
जागरण संवाददाता, औरैया : कुपोषित बच्चों का स्वास्थ्य बेहतर बनाने के उद्देश्य से सौ शैय्या अस्पताल में खोला गया पोषण पुनर्वास केंद्र खुद कुपोषित होने लगा है। 10 बेड वाले इस वार्ड में बच्चों की संख्या अभी तक शून्य है। कुपोषित बच्चों को अस्पताल तक लाने की जिम्मेदारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और आशाओं की हैं। लेकिन इस काम में उनकी रूचि न लेने के कारण बच्चे अस्पताल नहीं आ पा रहे हैं।
वर्तमान में जनपद में 422 बच्चे कुपोषित हैं, जिनके लिए यह व्यवस्था की गई है। बुधवार को पोषण पुनर्वास केंद्र में एक भी बच्चा भर्ती नहीं मिला। बच्चों के न होने के कारण वार्ड में ताला लगा मिला। यहां नर्स ने बताया कि जनपद वार्ड के लोकार्पण के बाद से अभी तक कोई बच्चा नहीं आया है। जबकि आने वाले बच्चों के लिए उपचार से लेकर पौष्टिक भोजन तक की व्यवस्था की गई है। बताया गया कि पोषण पुनर्वास केंद्र में बच्चों के साथ उनकी मां के भी रहने व भोजन की व्यवस्था है। इसके साथ ही आर्थिक मदद भी दी जाती है। लेकिन फिर भी बच्चे नहीं आ रहे हैं। जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्साधिकारी के निर्देश के बाद भी कुपोषित बच्चे पोषण पुनर्वास केंद्र नहीं भेजे जा रहे हैं। जिला कार्यक्रम अधिकारी शरद अवस्थी ने बताया कि सौ शैय्या अस्पताल में बने केंद्र में कुपोषित और अति कुपोषित बच्चों को 14 दिन के लिए पोषण पुनर्वास केंद्र में रखा जाता है। इस दौरान उन्हें पोषित करने के लिए दूध, अंडा, फल, दाल, सब्जी आदि भोजन के रूप में दिया जाता है। इसके बाद आवश्यकता पड़ी तो वार्ड में रखा जाता है नहीं तो छुट्टी दे दी जाती है। इसके बाद उनकी मॉनीटरिग की जाती है। उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए गए हैं कि कुपोषित बच्चों को केंद्र लेकर जाएं। कभी-कभी बच्चों के परिजन केंद्र में ठहरने को तैयार नहीं होते जिससे दिक्कत आती है। कुपोषित बच्चों को पोषण देने का प्रयास किया जा रहा है।