दो बार प्याज की फसल कर बढ़ाई आमदनी
संवाद सूत्र सहायल: सहार ब्लाक के अंतर्गत पूर्वा भिखनी गांव में रहने वाले किसान रामगोपाल एक साल
संवाद सूत्र सहायल: सहार ब्लाक के अंतर्गत पूर्वा भिखनी गांव में रहने वाले किसान रामगोपाल एक साल में दो बार प्याज की खेती करते हैं। सब्जियों में प्याज का अहम स्थान है। प्याज की खेती मसाले की खेती में आती है। जिला उद्यान विभाग भी इसकी खेती को लेकर लगातार किसानों को प्रोत्साहित कर रहा है। इसके अलावा शासन की ओर से भी अनुदान दिया जा रहा है। जिससे किसान आसानी से इस खेती से अपनी उपज बढ़ा रहे हैं। इसको लेकर विभाग द्वारा कृषकों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। विभागीय अधिकारियों की माने तो जनपद में इस समय 100 हेक्टेअर की भूमि पर इसकी खेती की जा रही है। उपज कर बेच रहे प्याज
रामगोपाल सीजन के शुरुआती दौर में प्याज की फसल तैयार करके बेच रहे है। चार बीघा में लगभग 30 क्विंटल प्याज की पैदावार की। इसकी लागत पंद्रह हजार रुपये आई। अब दूसरी बार लगभग एक एकड़ में प्याज की पौध लगाई है। प्याज की खेती को लेकर शासन की ओर से 7 हेक्टेअर का लक्ष्य दिया गया है। इसमें किसानों को प्रति हेक्टेअर 12000 रुपये का अनुदान भी मिलेगा। कैसे करें निराई व गुड़ाई
प्याज की पौध डालने के बाद 20 से 25 दिन के अंदर घने पौधों को निकालकर उनकी आपसी दूरी 10 सेमी तक कर देना चाहिए। खरपतवार खत्म करने के लिये निराई, गुड़ाई, ¨सचाई से पहले व दूसरी ¨सचाई के बाद करनी चाहिए। ऐसे में समस्या होने पर किसान तत्काल विभाग के विशेषज्ञों से सलाह ले सकता है। क्या कहते हैं जिम्मेदार
प्याज की खेती को लेकर लगातार किसानों को जानकारी के साथ-साथ प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। सरकार द्वारा भी किसानों को अनुदान देकर प्रोत्साहित किया जा रहा है। - अनूप कुमार चतुर्वेदी, जिला उद्यान अधिकारी