माइनर की खंदी फटने से सैकड़ों एकड़ फसल चौपट
संवादसूत्र कंचौसी बुधवार की रात में बरसात के कारण नहर में आए उफान से सूखमपुर माइनर
संवादसूत्र, कंचौसी : बुधवार की रात में बरसात के कारण नहर में आए उफान से सूखमपुर माइनर खांदी फटने से किसानों की खड़ी सैकड़ों एकड़ फसल चौपट हो गई। प्रत्येक वर्ष माइनर की खांदी फटने से किसान बर्बादी की कगार पर आ गए हैं। इनकी प्रशासन सुध नहीं ले रहा है।
गुरुवार को सूखमपुर माइनर की खांदी फटने से क्षेत्र के बिहारीपुर, ढि़कियापुर, घसा का पुर्वा, नौगवां, महिपालपुरवा व कंचौसी गांव समेत कई गांव के किसानों की फसल जलमग्न होने से नष्ट हो गई। माइनर की सफाई न होने से पूरे पानी का बहाव नहीं हो पाने पर तेज पानी की रफ्तार खांदी को काट देता है। उसी पानी का कटान तेज बहाव के साथ खेतों में घुसकर फसलों को जलमग्न कर नष्ट कर देता है। वहीं माइनर की खांदी फटने के संबंध में सिचाई विभाग के जेई मनीष कुमार ने बताया है कि मामले की जांच के लिए उच्च अधिकारियों से संपर्क किया जा रहा है। बार-बार माइनर की खांदी फटने से भुखमरी की कगार पर खड़े क्षेत्र के किसानों का कहना है कि यदि सरकार उनके लिए मुआवजे का इंतजाम करे वरना वे किसान क्रेडिट कार्ड द्वारा ली गई लागत के लिए धनराशि भी जमा नहीं कर पाएंगे।
एरवाकटरा कस्बा में इटावा जिले से कटरा भटपुरा तक आने वाली माइनर में पलेवा तक गेहूं की फसल की बुआई के समय पानी न आने पर ट्यूबवेल इत्यादि से सिचाई कर ली। लेकिन मंगलवार को नहर में पानी छोड़े जाने पर पानी का बहाव इतना तेज था कि चोक माईनर की खांदी फटने से क्षेत्र की लगभग 101 एकड़ भूमि जलमग्न हो गई। जिससे काश्तकार काफी परेशान है। किसान सीमा गुप्ता, राजेंद्र सिंह यादव, हाकिम सिंह, अशोक चक्रवर्ती, सूर्यनारायण, मुख्तियार व अली फिरोज खांन ने जिलाधिकारी से पानी रोक कर उक्त माइनर की सफाई कराने की मांग की है। सिचाई विभाग के एसडीओ एसके. मित्तल ने बताया कि ओवरफ्लो पानी को रोक दिया गया है। जल्द ही उस माईनर का निरीक्षण कर सिल्ट सफाई का कार्य शुरू किया जाएगा।