Move to Jagran APP

हेलमेट पहना होता तो बच जाती पुत्र-पुत्री की जान

संवादसूत्र अटसू मार्ग दुर्घटना में अविवाहित पुत्र और विवाहिता पुत्री की मौत का सदमा आज भी मु

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2020 06:42 PM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 06:42 PM (IST)
हेलमेट पहना होता तो बच जाती पुत्र-पुत्री की जान
हेलमेट पहना होता तो बच जाती पुत्र-पुत्री की जान

संवादसूत्र, अटसू : मार्ग दुर्घटना में अविवाहित पुत्र और विवाहिता पुत्री की मौत का सदमा आज भी मुहिउद्दीनपुर निवासी शिवपाल की आंखों में वह तस्वीर ताजा है। जिसे याद कर उसके आंसू छलछला उठते हैं। दो पुत्रों में से एक पुत्र की मौत और विवाहिता पुत्री की मौत के बाद दोनों ही परिवार में लोगों की आंखें आज भी नम है । एक ही बाइक पर बिना हेलमेट के तीन लोग सवार थे संतुलन खो जाने पर अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी थी। किसी ने भी हेलमेट नहीं पहना था जिससे सिर पर चोटे गहरी आ गई थी। अगर हेलमेट पहने होते तो जान बच जाती। इसलिए यातायात नियमों का पालन जरुरी है।

loksabha election banner

दस जून 2020 को ग्राम मुहिउद्दीन पुर निवासी शिवपाल सिंह का पुत्र अनुराग अपने ग्राम नवादा से अपने मामा की पुत्री दीक्षा को लेकर औरैया शहर निवासी अपनी विवाहिता बहिन शोभा के घर आया था। वहां से दीक्षा और शोभा को बाइक पर बिठाकर अपने गांव आ रहा था । मुरादगंज कस्बा के पास हाईवे पर एक अज्ञात वाहन की चपेट में आकर तीनों लोग घायल हो गए थे। सीएससी अजीतमल में प्राथमिक उपचार के बाद अनुराग और शोभा को सैफई रेफर कर दिया गया था ।जहां दो दिनों के अंतराल में अनुराग और उसकी बहन शोभा ने दम तोड़ दिया था।

अनुराग की मौत के बाद उसके पिता शिवपाल और छोटे भाई बउआ सहित माँ की आंखें आज भी अनुराग और शोभा की मौत को नहीं भूल पा रहे है। स्वजनों को मलाल है कि अगर बेटे ने हेलमेट लगाया तो जान बच जाती।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.