महिला दिवस पर महिला किसानों को किया निश्शुल्क बीज वितरण
जागरण संवाददाता औरैया राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जगह-जगह कार्यक्रम का आयोजन किय
जागरण संवाददाता, औरैया : राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जगह-जगह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जनपद के कृषि वैज्ञानिक केंद्र परवाहा में कार्यक्रम के दौरान महिला किसानों को किचन गार्डन को लेकर निश्शुल्क बीज वितरण किया गया। वहीं महिला समस्या के द्वारा जनपद के सभी ब्लॉकों में कार्यक्रम का आयोजन कर मौजूद महिलाओं को जागरूक किया गया।
शुक्रवार को कृषि वैज्ञानिक केंद्र परवाहा में राष्ट्रीय महिला दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान मौजूद महिलाओं को अधिकारियों ने जागरूक किया। इसके अलावा 10 महिलाओं को किचन गार्डन के लिए निश्शुल्क सब्जी का बीज वितरण किया गया। वैज्ञानिक रश्मि यादव ने महिलाओं से कहा कि आज के दौर में महिलाएं किसी से कम नहीं है। हर उस पद पर महिला बैठी है जहां पुरुष बैठ सकते हैं। उन्होंने महिलाओं को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से अवगत कराया। वहीं अंर्तराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला सामाख्या के तत्वाधान में जनपद के ब्लॉक में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 73 गांव की महिलाओं द्वारा गांव
की जनता को जागरूक करने के लिए गांव की गलियों से प्लेकार्ड व महिला मुद्दों से संबंधी नारों के साथ जगह-जगह पर रैलियां निकाली। रैलियों में जहां
होता हो नारी शक्ति का अपमान, जान लीजिए वो स्थान तो है नर्क समान। रैली के बाद महिला समाख्या की कार्यकर्ता द्वारा महिला दिवस पर
गोष्ठियों का भी आयोजन किया गया। जिसमें कार्यक्रम का उद्घाटन ब्लाक अछल्दा में बीडीओ अश्वनी कुमार और एडीओ पंचायत
शिवनाथ सिंह तथा साथ में ग्राम पंचायत अधिकारी काव्या अवस्थी, ब्लाक बिधूना में डा. एस.एन. दुबे और एएनएम मीरा, ब्लाक औरैया के ग्राम
नगला चैनसुख महिला ठिकाना में ग्राम प्रधान दीपा सिंह और 181 महिला हेल्प लाइन की टीम, ब्लाक भाग्यनगर के लखनपुर और पसईपुर के क्लस्टर स्तर पर,
ब्लाक अजीतमल में ग्राम मोहारी, ब्लाक सहार में ग्राम बरू, ब्लाक ऐरवाकटरा में ग्राम बल्लपुर में 73 गांव की संघ महिलाओं द्वारा दीप प्रज्जवलित
कर किया गया। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम समंवयक विनीता त्रिपाठी, संघ महिला शकुंतला द्वारा कहा गया कि मैं एक अनपढ़ महिला थी। मेरा घर से बाहर निकलना मना था परन्तु मैं महिला समाख्या के गांव की संघ बैठक में किसी कारण से एक बार गई थी। तो मुझे वहां दी गई जानकारी बहुत अच्छी लगी। बाद में संघ की बैठक में नियमित रूप से जुड़ने लगी। आज मेरा आत्म विश्वास बढ़ गया है। और मैं पढना-लिखना भी सीख गई हूं।