आढ़त पर भाव कम होने के साथ किसान पंजीकरण में आयी तेजी
एक अप्रैल से गेहूं की खरीद का सिलसिला शुरू है।
आढ़त पर भाव कम होने के साथ किसान पंजीकरण में आयी तेजी
जासं, औरैया: एक अप्रैल से गेहूं की खरीद का सिलसिला शुरू है। मंडी बंद होने के साथ-साथ भाव गिरने से किसानों ने सरकारी केंद्रों का रुख करना शुरू किया है। ऐसे में एक हजार तक थम चुका पंजीकरण कार्य दो दिन के अंदर 1300 के करीब पहुंच गया। विपणन अधिकारी इसे राहत के रूप में देख रहे है।
गेहूं विपणन वर्ष 2022-23 को लेकर जिले में 65 केंद्र स्थापित किए गए थे। शासन से 51 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य जनपद को मिला था। जिसे भेदने के लिए प्रारंभिक दौर काफी निराशाजनक रहा। यहां आढ़त पर ज्यादा भाव होने से अप्रैल माह में खरीद सुस्त रही। मई माह में निर्यात पर रोक लगने के साथ किसानों ने सरकारी खरीद को अपनाना शुरू किया है। रोजाना की खरीद का औसत 200 क्विंटल तक पहुंच गया है। नवीन मंडी स्थित केंद्रों पर शुक्रवार को 50 क्विंटल से ज्यादा उपज की तौल हुई। इसके साथ ही किसानों के पंजीकरण में तेजी आई है। दो दिन के अंदर 300 से ज्यादा किसानों ने आनलाइन आवेदन किया है। जिला खाद्य विपणन अधिकारी सुधांशु शेखर चौबे ने बताया कि पंजीकरण में तेजी आई है। किसानों के मोबाइल नंबर को वेबसाइट से केंद्र प्रभारियों को मुहैया कराए जा रहे है, जिससे संपर्क करने में सहूलियत आ रही है। जल्द ही खरीद का औसत बेहतर होने की संभावना है।
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एक नजर आंकड़ों पर
पंजीकरण कराने वाले किसान- 1318
सत्यापन करा चुके किसान- 1100
उपज बिक्री कर चुके किसान- 135
भुगतान पाने वाले किसान- 122